नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क। मुंबई में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने महानगर की रफ्तार थाम दी है। कई इलाकों में भारी जलभराव की स्थिति बन गई है। इसी बीच मंगलवार शाम 6.30 बजे मुंबई मोनोरेल की सेवाएं भी प्रभावित हुईं, जब 20 किलोमीटर लंबे एलीवेटेड ट्रैक पर चल रही मोनोरेल अचानक बीच रास्ते में रुक गई।
ट्रेन में फंसे यात्रियों ने तुरंत बीएमसी के आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया। सूचना मिलते ही तीन स्नॉर्कल व्हीकल मौके पर भेजे गए और क्रेन की मदद से यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
एमएमआरडीए अधिकारियों के मुताबिक, मैसूर कॉलोनी स्टेशन के पास मोनोरेल की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई थी, जिसके चलते ट्रेन बीच ट्रैक पर अटक गई। हालांकि, अग्निशमन दल और तकनीकी टीम की मदद से सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। फिलहाल मोनोरेल सेवा बहाल करने का काम जारी है।
मूसलाधार बारिश का कहर- 21 लोगों की मौत
महाराष्ट्र में 15 से 19 अगस्त के बीच हुई भारी बारिश से अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य आपातकालीन कंट्रोल रूम की रिपोर्ट के मुताबिक, बाढ़, बिजली गिरने, डूबने, भूस्खलन और दीवार गिरने जैसी घटनाओं में 10 लोग घायल भी हुए हैं। वहीं, नांदेड़ जिले के मुखेड़ में चार लोगों की मौत और एक व्यक्ति के लापता होने की खबर है।
लगभग 12 से 14 लाख एकड़ खड़ी फसल बर्बाद हो चुकी है। विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश का यह सिलसिला अगले दो-तीन दिन और जारी रह सकता है।
सेना और NDRF की मदद
नांदेड़ जिले में राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों के साथ भारतीय सेना भी तैनात की गई है।
मुंबई से सटे पालघर जिले के वसई-नालासोपारा-विरार इलाके में हालात सबसे गंभीर हैं। यहां भारी जलभराव के कारण लोग घरों से निकलने को मजबूर हो गए हैं। वसई-विरार सिटी नगर निगम (VVMC) क्षेत्र में करीब 497 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।
ट्रेन और सड़क यातायात पर असर
भारी जलभराव के कारण सड़क यातायात पूरी तरह प्रभावित हुआ है। नालासोपारा और वसई स्टेशनों के बीच पानी भर जाने और वसई जंक्शन पर प्वाइंट फेल होने से पश्चिम रेलवे की लोकल ट्रेन सेवाएं भी बाधित रहीं।