नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर: कश्मीर में चिनाब नदी पर विश्व का सबसे ऊंचा रेल पुल बनाने वाले भारतीय रेल ने बंगाल की खाड़ी में समुद्र पर रेल वर्टिकल सी ब्रिज तैयार किया है। ये वर्टिकल सी रेल ब्रिज मदुरई-रामेश्वरम रेलखंड पर मंडपम से पंबन द्वीप को जोड़ता है।
लगभग 2.10 किलोमीटर लंबे पंबन वर्टिकल पुल के बनने से ट्रेनों की गति बढ़ने के साथ ही जल जहाज का आवागमन भी सुलभ होगा। पुल की संरचना को इस प्रकार तैयार किया गया है कि जहाज के आने पर रेल पुल का एक भाग 17 मीटर तक ऊंचा उठ जाएगा। उसके नीचे से तीन तल के जल जहाज निकल जाएंगे।
श्रीलंका तक व्यापार के प्रयास में ब्रिटिश शासनकाल में पंबन वर्टिकल रेल पुल बनाया गया था। वर्ष 1988 तक रामेश्वरम को देश के अन्य भागों से पंबन रेल पुल ही जोड़ने का एकमात्र संपर्क था। बाद में सड़क पुल बना।
पंबन का पुराना रेल पुल वर्ष 2019 में क्षतिग्रस्त होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसकी जगह नए रेल पुल निर्माण को स्वीकृति दी थी। पुराने पुल को दिसंबर 2020 से बंद कर दिया गया है। तब से रामेश्वरम तक ट्रेन सेवा बाधित है।
मदुरई से जाने पर ट्रेन का अंतिम पड़ाव अभी मंडपम रेलवे स्टेशन है। नया रेल पुल मंडपम को पंबन द्वीप से जोड़ता है, जिसका का निर्माण कार्य गत वर्ष नवंबर माह में पूर्ण हो गया है। कमिश्नर ऑफ रेल सेफ्टी से पुल पर ट्रेन संचालन की अनुमति भी प्राप्त हो चुकी है।
अभी एक ही रेल लाइन बिछाई गई, लेकिन आगे दोहरी लाइन के लिए पुल की नई आधारभूत संरचना की जरुरत नहीं होगी। इसी पुल पर दूसरी लाइन बनने से रेलपथ का दोहरीकरण हो जाएगा। गत तीन वर्ष में 531 करोड़ रुपये की लागत से नए पंबन रेल पुल को बनाया गया है।
पंबन रेल पुल बनकर तैयार है। इसकी रेल संरक्षा आयुक्त जांच कर चुके है। ट्रेन संचालन के अनुमति प्राप्त हो गई है। शीघ्र ही यह पुल रेल आवागमन के लिए आरंभ कर दिया जाएगा। - एन श्रीनिवासन, डीजीएम, रेल विकास निगम लिमिटेड