एजेंसी, पटना। पटना में मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण के परिचालन की तैयारी अंतिम चरण में है, लेकिन अब इसे 15 अगस्त या 23 अगस्त की बजाय सितंबर में शुरू किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। भारत सरकार के मुख्य विद्युत निरीक्षक जगदीश कुमार ने शुक्रवार को पटना मेट्रो के विद्युत प्रतिष्ठानों का गहन निरीक्षण किया और सुरक्षा तथा गुणवत्ता की समीक्षा की।
यह निरीक्षण पटना मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड (पीएमआरसीएल) और दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ। उन्होंने मेट्रो के रिसीविंग सब स्टेशन, सहायक सब स्टेशन, डिपो और अन्य विद्युत कनेक्शनों की जांच की, ताकि विद्युत सुरक्षा और संचालन की सटीकता सुनिश्चित की जा सके।
6.5 किलोमीटर लंबा
पटना मेट्रो परियोजना का प्राथमिकता कॉरिडोर मलाही पकड़ी से न्यू आईएसबीटी तक 6.5 किलोमीटर लंबा है, जहां मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ रोड, जीरो माइल, और न्यू आईएसबीटी स्टेशनों का निर्माण अंतिम चरण में है। इस डिपो में 32 तीन-कोच वाली मेट्रो ट्रेनों का रखरखाव और तकनीकी निरीक्षण होगा।
मेट्रो परिचालन शुरू होने से पहले इस महीने के अंत तक ट्रायल रन करने की योजना है। पहले मेट्रो रेक पुणे से 20 जुलाई को पटना पहुंच चुका है। परियोजना में अब विद्युत कार्य पूरी होने के बाद ट्रायल रन की तैयारी पर जोर दिया जा रहा है।