नेशनल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज 12वीं बार स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इसके साथ ही, वह लाल किले पर झंडा फहराने के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड तोड़ देंगे, जिन्होंने लगातार 11 बार तिरंगा फहराया था।
इंदिरा गांधी ने जनवरी 1966 से मार्च 1977 तक लगातार 11 बार लाल किले से तिरंगा फहराया। इसके अलावा, जनवरी 1980 से अक्टूबर 1984 तक के कार्यकाल को मिलाकर उन्होंने कुल 16 बार स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण किया। लगातार संबोधनों के मामले में मोदी, जवाहरलाल नेहरू के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी अपने संबोधन में *राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास और भारत की विदेश नीति के रुख पर प्रकाश डाल सकते हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत के खिलाफ व्यापारिक मोर्चे पर उठाए गए प्रतिकूल कदमों से पैदा हुई अनिश्चितता पर भी वह देश को अवगत करा सकते हैं।
पीएम मोदी बार-बार आत्मनिर्भर भारत पर जोर देते रहे हैं, जिसमें स्वदेशी ज्ञान, स्थानीय विनिर्माण और नवाचार को बढ़ावा देकर 2047 तक "विकसित भारत" का लक्ष्य रखा गया है। परंपरा के अनुसार, वह भाषण में नई नीतियों या योजनाओं की घोषणा भी कर सकते हैं।
इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस समारोह में देश के 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 85 ग्राम सरपंचों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। यह पहल ग्रामीण परिवर्तन में उनके अग्रणी योगदान को सम्मानित करने के उद्देश्य से की गई है।
जल शक्ति मंत्रालय के अनुसार, इस कार्यक्रम का मकसद गांव स्तर पर स्वच्छता, सुरक्षित पेयजल, महिला सशक्तिकरण और टिकाऊ शासन को प्रोत्साहित करना है। आमंत्रित सभी पंचायतों को स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के तहत ओडीएफ प्लस और जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल प्रमाणन प्राप्त है।
आमंत्रितों में बिहार के समस्तीपुर जिले की मोतीपुर ग्राम पंचायत की मुखिया प्रेमा देवी भी शामिल हैं। उनके नेतृत्व में गांव ने अपशिष्ट से ऊर्जा और जल प्रबंधन का आदर्श मॉडल तैयार किया है। यह उपलब्धि ग्रामीण स्तर पर सतत विकास की दिशा में एक प्रेरणादायक उदाहरण मानी जा रही है।
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