डिजिटल डेस्क: तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई से खाकी वर्दी को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां 25 वर्षीय युवती के साथ दो पुलिसकर्मियों की ओर से दुष्कर्म करने का मामला उजागर हुआ है। पीड़िता अपनी मां के साथ आंध्र प्रदेश से तिरुवन्नामलाई फल बेचने के लिए आई थी। लेकिन रात के समय गश्त पर निकले दो पुलिसकर्मियों ने उसे और उसकी मां को गाड़ी से रोक लिया और सुनसान इलाके में ले गए।
आरोपी पुलिसकर्मियों की पहचान कांस्टेबल सुरेशराज और पी. सुंदर के रूप में हुई है। पीड़िता ने बताया कि दोनों पुलिसकर्मी गश्त के बहाने उन्हें रोककर अलग-थलग इलाके में ले गए और वहीं उसके साथ दुष्कर्म किया। इस घटना के सामने आने के बाद पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया है।
पीड़िता और उसकी मां ने पुलिस के सामने आपबीती सुनाई, जिसके बाद दोनों आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर निलंबित कर दिया गया। पुलिस विभाग का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी और किसी भी हाल में उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
इस घटना ने तमिलनाडु की राजनीति में भी हलचल मचा दी है। विपक्षी दल AIADMK के प्रमुख एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह घटना कानून-व्यवस्था पर “काला धब्बा” है। उन्होंने कहा कि “महिलाओं की सुरक्षा करने वाले ही अपराधी बन गए हैं, यह स्टालिन सरकार के लिए शर्मनाक है।”
पलानीस्वामी ने आगे कहा कि DMK सरकार को इस घटना पर तुरंत जवाब देना चाहिए और पीड़िता को न्याय दिलाना चाहिए। उन्होंने राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए इसे पूरी तरह से विफल बताया।
पुलिस विभाग का कहना है कि मामले की जांच तेजी से की जा रही है। दोनों आरोपी पुलिसकर्मी सस्पेंड हो चुके हैं और कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना न सिर्फ पुलिस प्रशासन बल्कि पूरे समाज के लिए चिंता का विषय है। जिस वर्दी पर लोगों की सुरक्षा का दायित्व होता है, उसी का इस्तेमाल अपराध करने के लिए किया गया। फिलहाल पीड़िता और उसके परिवार को सुरक्षा दी गई है और पुलिस विभाग मामले की हर कड़ी की जांच कर रहा है।
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