
डिजिटल डेस्क। बिहार में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां राजधानी पटना के गांधी मैदान में तेज हो गई हैं। करीब दस साल बाद इस ऐतिहासिक मैदान में फिर से शपथ ग्रहण कार्यक्रम होने जा रहा है। सोमवार को जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निगम और कई एजेंसियों की संयुक्त टीम ने स्थल पर पहुंचकर तैयारियों की समीक्षा की।
भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पूरे मैदान को कई जोन में बांटा गया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए 25 बीपीएस अधिकारियों की तैनाती की है, जिनमें से पाँच अधिकारी विशिष्ट अतिथियों के लिए लगाए गए हैं।
गांधी मैदान में मुख्य मंच वीवीआईपी सुरक्षा मानकों के अनुसार तैयार किया जा रहा है। आसपास बैरिकेडिंग, वीआईपी मार्ग, मीडिया ज़ोन और आगंतुकों की बैठने की व्यवस्था पर तेजी से काम चल रहा है। पंडाल, साउंड और लाइटिंग की जिम्मेदारी अलग-अलग एजेंसियों के पास है।
सोमवार को प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेश कुमार पराशर, रेंज आईजी जीतेन्द्र राणा और जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस एम ने मैदान का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। पंडाल निर्माण से जुड़ी सामग्री भी बड़ी मात्रा में पहुंचाई गई।
नगर निगम ने मैदान में सफाई अभियान चलाया और पेयजल स्टॉल, मोबाइल टॉयलेट, फायर सेफ्टी उपकरण जैसी सार्वजनिक सुविधाओं की तैयारी पर काम जारी है। प्रशासन का कहना है कि कार्यक्रम को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और भव्य तरीके से आयोजित करने के लिए सभी विभाग समन्वय के साथ काम कर रहे हैं। बड़ी संख्या में विशिष्ट अतिथियों और आम लोगों के पहुंचने की संभावना है।
दस साल बाद गांधी मैदान में शपथ ग्रहण
गांधी मैदान में आखिरी बार 2015 में शपथ ग्रहण आयोजित हुआ था। इससे पहले 2005, 2010 और 2015 में भी नीतीश कुमार ने यहीं शपथ ली थी। 2020 में कोरोना के कारण समारोह राजभवन में आयोजित किया गया था।
20 नवंबर तक अधिकारियों की छुट्टियां रद्द
शपथ ग्रहण को देखते हुए पटना डीएम ने जिले के सभी अधिकारियों के अवकाश पर 20 नवंबर तक रोक लगा दी है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। जरूरत पड़ने पर अवकाश की अनुमति डीएम कार्यालय से मंजूरी के बाद ही मिलेगी।