रॉबर्ट वाड्रा का विवादित बयान, कहा- देश में मुसलमानों को दबाने के कारण हुआ पहलगाम आतंकी हमला
रॉबर्ट वाड्रा ने पहलगाम आतंकी हमले पर कहा कि देश में हिंदू-मुस्लिम विभाजन बढ़ रहा है। उन्होंने दावा किया कि मुसलमान खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, जिससे अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमले हो रहे हैं। वाड्रा ने सरकार की हिंदुत्व नीति को इसके लिए जिम्मेदार बताया। उन्होंने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर चिंता जताई।
Publish Date: Wed, 23 Apr 2025 03:34:09 PM (IST)
Updated Date: Wed, 23 Apr 2025 03:46:51 PM (IST)
रॉबर्ट वाड्रा के बयान से देश में आक्रोश। (फाइल फोटो)HighLights
- वाड्रा ने पहलगाम हमले को सांप्रदायिक नजरिए से जोड़ा।
- उन्होंने हिंदू-मुस्लिम दरार का जिम्मेदार सरकार को ठहराया।
- आतंकवादियों की पहचान के आधार पर हत्या का दावा किया।
एजेंसी, नई दिल्ली। गांधी परिवार के दामाद व बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा ने पहलगाम आतंकी हमले पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने इस आतंकी हमले को सांप्रदायिकता से जोड़ने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि देश में हिंदू-मुसलमान के बीच दरार पड़ गई है। मुसलमान खुद को कमजोर महसूस कर रहे हैं, इसलिए पहलगाम में हिंदुओं का नाम पूछकर गोली मारी गई है।
पढ़ें उनका पूरा बयान...
- व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि मुझे बहुत बुरा लग रहा है। मेरी गहरी संवेदनाएं इस आतंकवादी कृत्य में मारे गए लोगों के प्रति हैं। हमारे देश में हम देखते हैं कि यह सरकार हिंदुत्व की बात करती है। इनकी राजनीति से अल्पसंख्यक असहज और परेशान महसूस करते हैं।
वे (आतंकवादी) लोगों की पहचान देख रहे हैं। वह ऐसा क्यों कर रहे हैं? आप इस आतंकवादी घटना की तह तक पहुंचने की कोशिश करेंगे, तो पता चलेगा कि हमारे देश में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच एक विभाजन पैदा हो गया है।
इससे इस तरह के संगठनों को लगेगा कि हिंदू सभी मुसलमानों के लिए समस्या पैदा कर रहे हैं। उनकी पहचान को देख हत्या प्रधानमंत्री को एक संदेश देने के लिए की गई है, क्योंकि मुसलमान कमजोर महसूस कर रहे हैं। अल्पसंख्यक कमजोर महसूस कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर रॉबर्ट वाड्रा को खरी-खरी सुना रहे लोग
- एक यूजर रवि व्योम ने लिखा कि ऐसा लगता है कि रॉबर्ट वाड्रा इस्लामी आतंकवादियों के आधिकारिक प्रवक्ता हैं! कृपया उसे समझाएं कि इस्लामी आतंकवादियों के लिए उनका धर्म सबसे पहले आता है। वे हर उस काफिर को मारने के लिए तैयार रहते हैं, जो उनकी मान्यताओं को नहीं मानते हैं। यह सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में एक जैसा है।
- दूसरे यूजर रिषी बागरी ने लिखा कि रॉबर्ट वाड्रा ने इस्लामिक आतंकवादियों के हमले को उचित ठहराया है। उन्होंने कहा "पहचान देखकर किसी की हत्या कर देना, यह प्रधानमंत्री के लिए संदेश है, क्योंकि मुसलमान खुद को कमजोर महसूस कर रहे हैं।" यह बेतुका है।