
डिजिटल डेस्क: शिमला सहित हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में लगातार बारिश और भूस्खलन (Himachal pradesh Landslide Heavy Rain) से तबाही मची हुई है। प्रदेश में इस समय 455 सड़कें बंद हैं, जिनमें NH-305, NH-05 और NH-707 जैसे तीन नेशनल हाईवे भी शामिल हैं। सबसे अधिक प्रभावित जिला कुल्लू है, जहां 73 सड़कें बंद हैं। मंडी और शिमला में 58-58 सड़कों पर यातायात बाधित है।
कुल्लू के झेड़ (खनाग) क्षेत्र में भूस्खलन के कारण एनएच-305 पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। चंबा और कांगड़ा जिलों में भी भारी बारिश से कई सड़कें बंद पड़ी हैं।

बिजली आपूर्ति भी गंभीर रूप से प्रभावित हुई है। कुल 681 वितरण ट्रांसफार्मर (DTR) ठप हो गए हैं, जिनमें कुल्लू में 145 और शिमला में 63 डीटीआर शामिल हैं। अचानक आई बाढ़, गिरी हुई पेड़ और क्षतिग्रस्त लाइनों के कारण हालात और बिगड़े हैं। वहीं, 182 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हो गई हैं। केवल मंडी जिले में ही 58 योजनाएं प्रभावित हैं, जबकि कांगड़ा और शिमला में 41-41 जल योजनाएं ठप हो गई हैं।
राज्य सरकार के राजस्व विभाग-डीएम सेल की रिपोर्ट के अनुसार, 20 जून से 14 अगस्त 2025 के बीच 247 लोगों की मौत हुई है और 329 लोग घायल हुए हैं। इनमें से 130 मौतें बारिश से संबंधित और 117 सड़क दुर्घटनाओं में दर्ज की गईं। बारिश से जुड़ी मौतों में कांगड़ा में 28, मंडी में 26 और हमीरपुर में 13 लोगों की जान गई है। डूबने से 24, गिरने से 27 और भूस्खलन से 7 मौतें हुईं। सड़क दुर्घटनाओं में मंडी में 21, चंबा में 17 और शिमला में 15 मौतें दर्ज की गई हैं।
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