डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में गूगल मैप की गलत दिशा ने एक परिवार की खुशियां छीन लीं। बनास नदी के उफान में एक वैन बह गई, जिसमें सवार नौ लोगों में से तीन की मौत हो गई और एक बच्चा अब भी लापता है। हादसा मंगलवार देर रात करीब 1:30 बजे हुआ।
पुलिस के अनुसार, भीलवाड़ा जिले का एक परिवार धार्मिक स्थल से लौट रहा था। चालक ने गूगल मैप से मार्ग खोजा, जिसने उन्हें सोमी-उपरेड़ा पुलिया की ओर मोड़ दिया। यह पुलिया पिछले तीन साल से बंद थी। वैन जैसे ही पुल पर चढ़ी, गहरे गड्ढे में फंस गई और तेज बहाव ने उसे बहा दिया।
परिवार के पांच सदस्य खिड़की तोड़कर वैन की छत पर चढ़ गए और टॉर्च की रोशनी से मदद का संकेत दिया। एक रिश्तेदार को फोन कर उन्होंने पुलिस को सूचना दी। तुरंत थाना प्रभारी रश्मि देवेंद्र सिंह टीम के साथ पहुंचे और नाव का इंतजाम किया। पुलिसकर्मियों व स्थानीय लोगों ने अंधेरे और तेज बहाव के बावजूद बचाव कार्य किया। हालांकि, तब तक दो महिलाएं और दो बच्चे नदी में बह चुके थे। तीन शव बरामद कर लिए गए हैं जबकि एक बच्चा अब भी लापता है।
चित्तौड़गढ़ के पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि बनास नदी में लगातार उफान है और नदी पार करने के सभी रास्ते पहले ही बंद कर दिए गए थे। इसके बावजूद गूगल मैप की गलती और चालक की अनजानी ने बड़ा हादसा कर दिया। यह घटना सवाल खड़ा करती है कि केवल डिजिटल नेविगेशन पर निर्भर रहना कितना खतरनाक हो सकता है, खासकर आपातकालीन या संवेदनशील परिस्थितियों में।
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