डिजिटल डेस्क, नई दुनिया। लगातार हो रही बारिश से उत्तर भारत के मौसम(North India weather) में ठंडक घुलने लगी है। मैदानी और पर्वतीय इलाकों में जारी वर्षा और बर्फबारी के कारण जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है, वहीं परेशानियां भी बढ़ गई हैं। पंजाब और बिहार में नदियों का जलस्तर बढ़ने से खेत पानी में डूब गए, जिससे फसलें खराब हो रही हैं।
पंजाब और हरियाणा में लगातार बरसात से मंडियों में रखा धान और गेहूं भीग गया है। एनसीआर में मंगलवार शाम भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट(NCR orange alert) जारी किया गया था। शाम को आई तेज हवाओं और तेज बारिश ने तापमान को कई डिग्री गिरा दिया। शाम 5:30 बजे तक पालम वेधशाला ने 41.6 मिमी बारिश दर्ज की। दिल्ली का न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 1.3 डिग्री नीचे है।
पंजाब के कई जिलों में मूसलधार बारिश
पंजाब के कई इलाकों में मंगलवार को हुई बारिश से किसानों की चिंता और गहरी हो गई। तेज हवाओं के साथ हुई बारिश ने पककर तैयार धान को खेतों में गिरा दिया और मंडियों में रखा अनाज भी खराब हो गया। हिमाचल प्रदेश में लगातार वर्षा से बांधों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे सतलुज, ब्यास और रावी नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। अक्टूबर में पंजाब में बरसात का 70 साल का रिकॉर्ड टूट गया है।
पिछले 24 घंटों में पंजाब में 8.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। वहीं हरियाणा में तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है, जिससे अधिकतम तापमान 8 से 10 डिग्री तक नीचे आ गया। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के 16 जिलों में बारिश दर्ज की गई। लगातार बारिश के कारण मंडियों में रखा गेहूं भी भीग गया।
हिमालयी राज्यों में बर्फबारी और बारिश
हिमाचल के रोहतांग, शिकुला और बारालाचा दर्रों में भारी बर्फबारी से मनाली-लेह मार्ग पर लाहौल स्पीति के दारचा में करीब 250 गाड़ियां फंस गईं। दो से आठ फीट तक बर्फ गिरने से पांगी घाटी का संपर्क कट गया है। शिमला जिले की चांशल पीक पर इस सीजन की पहली बर्फबारी हुई। रोहतांग दर्रा तीसरे दिन भी पर्यटकों के लिए बंद रहा।
ऊना, सुंदरनगर और शिमला में 2004 के बाद 24 घंटे में सबसे ज्यादा वर्षा दर्ज की गई। मंगलवार को कश्मीर घाटी में ऊपरी हिस्सों में बर्फबारी और निचले हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रहा। गुलमर्ग का तापमान शून्य से नीचे चला गया। जम्मू में मौसम साफ रहा और धूप निकली। उत्तराखंड में भी लगातार दूसरे दिन बारिश और बर्फबारी हुई।
पहाड़ों पर जमी बर्फ
केदारनाथ, बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब सहित ऊंची चोटियां बर्फ से ढक गई हैं। निचले इलाकों में हल्की बारिश के कारण पारा और गिरा है।
बिहार में नदियां उफान पर
बिहार के कई जिलों में नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। मधुबनी के अंदौली और पतार गांव में धौंस नदी का तटबंध दो जगह से टूट गया, जिससे मधुबनी और सीतामढ़ी जिले के 12 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में आ गए। डेढ़ लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और करीब 20 हजार बीघे फसल डूब गई है। मुजफ्फरपुर के कटरा इलाके में बागमती नदी का जलस्तर बढ़ गया। तटबंध टूटने से बकुची और नवादा के स्कूलों में तीन फीट से ज्यादा पानी भर गया।
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