डिजिटल डेस्क, नईदिल्ली: बंगाल की खाड़ी में बनने जा रहे लो-प्रेशर का असर अब MP, झारखंड, ओडिशा और उत्तर प्रदेश समेत पूर्वी भारत के कई हिस्सों में दिखने की संभावना (Weather Update Today) है। मौसम विभाग (IMD Heavy Rain Alert) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि 1 अक्टूबर से मौसम में बदलाव होगा और कई जिलों में भारी बारिश (Weather Forecast) के साथ तेज हवाएं और वज्रपात हो सकता है।
भोपाल, ग्वालियर, गुना, दतिया और सतना समेत कई जिलों में सोमवार शाम तक हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। ग्वालियर में सबसे अधिक 30 मिमी बारिश हुई, जबकि दतिया और सतना में 4.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई। हालांकि बारिश के बावजूद प्रदेश के तापमान में बड़ा बदलाव नहीं देखा गया। पश्चिमी हिस्सों में तापमान थोड़ा बढ़ा, जबकि पूर्वी जिलों में पारे में गिरावट दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने लखनऊ और पूर्वांचल में 30 सितंबर से 3 अक्टूबर तक हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के 35 से अधिक जिलों में यह बारिश होगी, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और उमस से राहत मिलेगी। इस दौरान धान की खेती को भी लाभ मिलेगा। हालांकि, 4 अक्टूबर से मौसम साफ होने और तेज धूप निकलने की संभावना है।
धनबाद में महासप्तमी का मौसम सुहावना रहा और बारिश नहीं हुई। मौसम विभाग के अनुसार महाअष्टमी पर भी बारिश की संभावना कम है, लेकिन 1 अक्टूबर से मौसम करवट लेगा। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती घेरा झारखंड को प्रभावित करेगा। इसके कारण कई जिलों में भारी बारिश, 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं और वज्रपात की संभावना जताई गई है।
रांची मौसम केंद्र के अनुसार 2 अक्टूबर को धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, जामताड़ा, देवघर, दुमका, गोड्डा, पाकुड़ और साहिबगंज में भारी बारिश हो सकती है। वहीं, 3 अक्टूबर को गिरिडीह, जामताड़ा, देवघर, दुमका, गोड्डा, पाकुड़ और साहिबगंज जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।
राजधानी दिल्ली में इस साल सितंबर पांच वर्षों में दूसरा सबसे गर्म रहा। औसत अधिकतम तापमान 34.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि औसत न्यूनतम तापमान 24.7 डिग्री रहा। सितंबर में कुल वर्षा 137.1 मिमी हुई, जो सामान्य से अधिक रही। लेकिन महीने के अंतिम सप्ताह में अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री तक पहुंच गया, जो पिछले छह वर्षों का रिकॉर्ड है। उमस और गर्मी से लोग बेहाल रहे और यह सिलसिला आने वाले दिनों तक जारी रहने की संभावना है।
बहु मौसम संबंधी चेतावनी
मुख्यबिंदु
खंभात की खाड़ी के ऊपर एक सुस्पष्ट कम दबाव क्षेत्र बना हुआ है, इसके प्रभाव में 29 सितंबर को सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्रों में अत्यंत भारी वर्षा और 30 सितंबर को बहुत भारी वर्षा और गुजरात क्षेत्र में 29 सितंबर को भारी वर्षा की संभावना है। pic.twitter.com/Rr1SSJT62o
— India Meteorological Department (@Indiametdept) September 29, 2025
दशहरा उत्सव के दौरान ओडिशा में बारिश खलल डाल सकती है। मौसम विभाग के अनुसार 1 अक्टूबर को उत्तर ओडिशा और मध्य बंगोपसागर में लो-प्रेशर का गठन होगा। इसके प्रभाव से दक्षिण ओडिशा के जिलों जैसे मलकानगिरी, कोरापुट, रायगढ़ा, गजपति और गंजाम में भारी वर्षा की संभावना है।
दशमी (2 अक्टूबर) के दिन कालाहांडी और कंधमाल समेत कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। तटीय और आंतरिक हिस्सों में गर्जन-तड़ित के साथ वर्षा होने की भी संभावना है।
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