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एजेंसी, नई दिल्ली। भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी शाहिद लतीफ की पाकिस्तान में अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। शाहिद लतीफ (Shahid Latif) पठानकोट आतंकी हमले का मास्टरमाइंड था।
Shahid Latif को 1994 में जम्मू-कश्मीर में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद 1999 में जब इंडियन एयरलाइंस के विमान IC-814 को हाईजैक किया गया था, तब जिन 31 आतंकियों की रिहाई की डिमांड रखी गई थी, लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने शाहिद लतीफ को रिहा करने से इन्कार कर दिया था। बता दें, इसी दौरान मसूद अजहर को रिहा किया गया था।

बहरहाल, मई 2010 में तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार ने पाकिस्तान के प्रति सद्भावना दिखाते हुए 25 आतंकियों को रिहा करते हुए पाकिस्तान वापस भेजा था। इनमें शाहिद लतीफ भी शामिल था।
अब शाहिद लतीफ की हत्या के बाद इस बात पर राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा का कहना है कि लतीफ भारत का दुश्मन था, जिसे कांग्रेस सरकार ने रिहा कर दिया था।
पाकिस्तान में जाने से बाद शाहिद लतीफ की आतंकी गतिविधियां बंद नहीं हुईं। शाहिद जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़ गया। उसका काम आतंकी तैयार करते भारत में भेजना था।
शाहिद ने अपने तैयार किए चार आतंकी भारत में भेजे। उनकी पूरी तरह से मदद की और पठानकोट हमले को अंजाम दिया। यही काम मनमोहन सरकार द्वारा रिहा किए गए बाकी आतंकियों ने किया।
इसी तरह 2007 में सजा पूरी करने के बाद वापस भेजे गए एक आतंकी सैफुल्लाह खालिद अब वापस जैश ए मोहम्मद में सक्रिय है और उसके मुजफ्फराबाद स्थित कैंप की देखरेख करता है।