धर्म डेस्क। हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का शुभ पर्व मनाया जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी, कुबेर देव और भगवान धन्वंतरि की विधि-विधान से पूजा की जाती है।
मान्यता है कि इस दिन इन देवताओं की आराधना करने से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। साथ ही सोने-चांदी के आभूषण और नए बर्तन खरीदने की परंपरा भी विशेष मानी जाती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, धनतेरस के दिन पूजन के साथ कुछ विशेष उपाय करने से आर्थिक तंगी दूर होती है और घर में सौभाग्य का वास होता है। खासतौर पर नमक से जुड़े उपायों को अत्यंत शुभ माना गया है। आइए जानते हैं धनतेरस पर नमक से जुड़े इन खास उपायों के बारे में।
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस वर्ष कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर, शनिवार को दोपहर 12:18 बजे शुरू होगी और 19 अक्टूबर, रविवार को दोपहर 1:51 बजे तक रहेगी। इसलिए धनतेरस का पावन पर्व 18 अक्टूबर 2025 (शनिवार) को मनाया जाएगा।
वास्तु दोष दूर करने के लिए - धनतेरस के दिन नमक मिले पानी से घर में पोछा लगाना शुभ माना जाता है। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है।
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए - इस दिन नया नमक खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन की वृद्धि होती है।
लेन-देन से बचें - ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, धनतेरस के दिन नमक का लेन-देन नहीं करना चाहिए। इस दिन किसी से नमक उधार लेना या देना अशुभ माना जाता है।
दान करें - धनतेरस के दिन अन्न या धन का दान करना शुभ फल देता है। अपनी क्षमता के अनुसार जरूरतमंदों की सहायता अवश्य करें।
मुख्य द्वार पर छिड़काव करें - घर के प्रवेश द्वार पर नमक मिले पानी का छिड़काव करने से दरिद्रता और दुःख दूर होते हैं तथा सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।