Ganga Dussehra 2025: कितने बजे से शुरू होगी दशमी तिथि, गंगा दशहरे के दिन कब करें ब्रह्म मुहूर्त स्नान… जानिए सब कुछ
Ganga Dussehra 2025: गंगा दशहरा के दिन शुभ कर्म से जीवन में सुख, शांति व समृद्धि का संचार होता है। मान्यता है कि इसी दिन मां गंगा धरती पर आई थी। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व है। वहीं गंगा स्नान करने से पाप नष्ट होते हैं।
Publish Date: Tue, 03 Jun 2025 10:33:43 AM (IST)
Updated Date: Tue, 03 Jun 2025 12:28:55 PM (IST)
गंगा दशहरा के दिन स्नान और दान का विशेष महत्व है। (फाइल फोटो)HighLights
- 5 जून रात 11: 34 बजे होगी दशमी तिथि की शुरुआत
- पांच जून गुरुवार की रात 02:56 बजे होगा समापन
- पांच जून की सुबह 05: 12 मिनट से ब्रह्म मुहूर्त स्नान
धर्म डेस्क, इंदौर (Ganga Dussehra 2025)। प्रतिवर्ष ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मां गंगा का जन्मोत्सव गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है। गंगा दशहरा के दिन शुभ कर्म करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।
इस साल गंगा दशहरा पर कुछ दुर्लभ योग बनने जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में जबलपुर के ज्योतिषाचार्य पंडित सौरभ दुबे ने बताया कि गंगा दशहरा के दिन देवी गंगा धरती पर आई थीं। माना जाता है कि इसी दिन गायत्री मंत्र का प्रकटीकरण भी हुआ था।
इस पर्व के लिए गंगा मंदिरों सहित अन्य मंदिरों पर भी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि मां गंगा की गोद में जाकर या किसी पवित्र नदी में डुबकी लगाने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
वैसे तो गंगा स्नान का अपना अलग ही महत्व है, लेकिन गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान करने से मनुष्य सभी दुखों से मुक्ति पा जाता है।
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दशमी तिथि कब से कब तक
- ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि की शुरुआत चार जून बुधवार 2025 की रात 11: 34 मिनट पर होगी और समापन पांच जून गुरुवार की रात 02:56 मिनट पर होगा।
- गंगा दशहरा के दिन स्नान करने का ब्रह्म मुहूर्त पांच जून की सुबह 05: 12 मिनट से लेकर सुबह 08:42 मिनट तक रहेगा।
- ज्योतिष गणना के अनुसार इस दिन रवि योग, दग्ध योग, राजयोग और सिद्धि योग का दुर्लभ संयोग भी बनेगा। पांच जून की सुबह 9:14 तक सिद्धि योग रहेगा।
- प्रात: 4:02 से 4:42 तक ब्रह्म मुहूर्त, दोपहर 2:30 से 3:22 तक विजय मुहूर्त और रात 11:59 से 12:40 तक निशिता मुहूर्त रहने वाला है।