
धर्म डेस्क। मान्यता है कि लड्डू गोपाल की विधि-विधान से पूजा करने पर घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और भक्त की हर मनोकामना पूरी होती है। बाल स्वरूप में गोपाल की सेवा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि उनकी सेवा से धन, सौभाग्य और समृद्धि में वृद्धि होती है।
सर्दियों के मौसम में लड्डू गोपाल की दैनिक सेवा में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी है, ताकि नंदलाला प्रसन्न रहें। आइए जानते हैं कि ठंड के दिनों में उनकी सेवा कैसे करें।
इस प्रकार करें सेवा
लड्डू गोपाल को छोटे बच्चे की तरह सेवा दी जाती है। ठंड के समय रोजाना उन्हें गुनगुने पानी से स्नान करवाएं। स्नान से पहले पानी तापमान अवश्य जांचें और यदि संभव हो तो धूप में ही स्नान करवाना बेहतर माना जाता है।
गर्म वस्त्र पहनाना न भूलें
सर्दी में उन्हें गर्म कपड़े, टोपी और रात में एक हल्की गर्म रजाई अवश्य ओढ़ाएं। इससे गोपाल जी को ठंड नहीं लगेगी।
कौन-सा भोग लगाएं?
गोपल जी को सुबह और शाम दूध का भोग लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है। इसके अलावा गोंद, तिल के लड्डू, माखन-मिश्री और हलवा भी अर्पित किए जा सकते हैं। भोग की थाली में तुलसी का पत्ता रखना अनिवार्य माना गया है, क्योंकि तुलसी के बिना भोग स्वीकार नहीं किया जाता।
भोग लगाते समय मंत्र का जप
भोग अर्पित करते समय इस मंत्र का जप करना शुभ माना गया है “त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर।” अर्थ- हे गोविंद! जो कुछ भी मेरे पास है, वह आपका ही दिया हुआ है, और मैं उसे आपको ही समर्पित करता हूं। कृपा कर इसे स्वीकार करें।
इन बातों का रखें ध्यान
लड्डू गोपाल के आसन और आसपास की जगह पूर्णत: साफ रखें।
बहुत ज्यादा गर्म भोग न चढ़ाएं; भोग को ठंडा करके ही अर्पित करें।
सेवा करते वक्त क्रोध, विवाद या नकारात्मक विचारों से बचें।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। नईदुनिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। नईदुनिया अंधविश्वास के खिलाफ है।