
चतुर्थ भाव का शुक्र क्या फल देता है इसके ज्योतिषी वास्तविकता क्या है, इसे लेकर कुछ बातें जानते हैं। जिनके भी कुंडली में चतुर्थ भाव में शुक्र होता है उनको घर से लाभ होता है यह बात निश्चित है और उस घर में भी अपने शयनकक्ष याने बेडरूम से आपको लाभ मिलेगा। यह अधोलिखित व्याख्या है। अब ऐसे जातक कितनी भी पूजा पाठ कर ले कितने भी उपाय कर ले उनको फल या सफलता नहीं मिलेगी और जो जातक अविवाहित हैं जिनके कुंडली में चतुर्थ भाव में शुक्र है मैं आम उन लोगों को सलाह है कि आप लोग किसी शुक्र वाले के साथ ही शादी करें। गुण मिलन करके तो आपको कोई रोक नहीं सकता या आपके तरक्की को कोई रोक नहीं सकता। चतुर्थ भाव का शुक्र यानी इनकी कहावत है कि शास्त्रों के अनुसार की दो विवाह एक विवाह जो होगा प्रथम विवाह जो हिंदू या किसी भी धर्म के अनुसार प्रथम युवाओं हो जाएगा लेकिन वह उसको ज्यादातर लाभ नहीं देगा चलेगा। चतुर्थ भाव का शुक्र खुलेगा तो द्वितीय विवाह या गंधर्व विवाह या दोबारा शादी करने के बाद आपको मिलेगा यह निश्चित है। अगर आपकी शादी किसी बिना शुक्रवार के साथ होती है तो आपके जीवन में ऐसी होगी कि आप उसको छोड़ना है पाएंगे ना नया पोले नहीं पाओगे हकीकत यह है कि पुराना पैसा आएगा नहीं नया पैसा मिलेगा नहीं। जो एक जगह में बैठा है उसी तरह से उनकी जिंदगी गुजरती जाएगी।
चतुर्थ भाव कर्क राशि का होता है शुक्र उनका पानी में होता है। पानी की अवस्था में होता है कर्क राशि जल में यह राशि है भावना ऐसे लोगों की शारीरिक आकर्षण कमजोरी शुक्र की कमजोरी या युवा अवस्था में बुढ़ापे की जैसी सोच रहेगी या सेक्स संबंधी भावना इनकी बहुत जल्दी नष्ट होती नजर आएगी। यह शुक्र सारणी कमजोरी महसूस करता है। खुद को अकेलेपन का महसूस करता है और ऐसा इंसान किसी की तलाश में जरूर रहता है लेकिन वह संभर अमित रहता है की तलाश किसकी करें कुछ मिलेगा। पैसा और धन के लिए ऐसे लोग आतुर बहुत होते हैं लेकिन उनको समझ में नहीं आता कि यह सफलता क्यों नहीं हो रही है।
अब मित्रों चतुर्थ भाव का शुक्र जिस कुंडली में बैठता है उसकी दृष्टि सीधे सातवीं दृष्टि दशम भाव पर जाती है याने की कर्म भाव पर जाती है। कर्म भाव यानी आप जैसे कर्म करोगे वैसा आपको फल मिलेगा अगर आपका शुक्र सोया हुआ है मरा हुआ है आपकी शारीरिक सेक्स की भावना मर गई है मन से खत्म हो गई है तो समझ लो पैसा भी आपका खत्म हुआ है क्योंकि कर्म करने में असमर्थ था हो जाएगी। एक जगह पर ही जिंदगी जैसा कि पानी में डूबा हुआ इंसान रहता है। एक ही जगह पर स्थिर रहता है उसी तरह से शुक्र एक जगह पानी में डूबा हुआ रहेगा नहीं लेगा ना उधर जाएगा ना इधर जाएगा तो मित्रो ऐसे में अगर अविवाहित लोग अगर शुक्र वाले के साथ शादी करते हैं तो वह उनको बहुत फल देता है।
अब यह शुक्र चतुर्थ भाव का कारोबार में क्या असर देगा मैं आपको बता देता हूं यह शुक्र घर से चलेगा उनको ऑफिस की जरूरत नहीं पड़ेगी और जैसे कि देखा गया है कोई लोग घर में काम करते हैं या घर की सजावट का काम करते हैं। इंटीरियर डेकोरेटर का काम करते हैं या फिल्म इंडस्ट्री में जुड़ा हुआ काम करते हैं। सौंदर्य प्रसाधनों को लेकर काम किया जाता है या विदेश भ्रमण भी कर दिया जाता है या मेकअप आर्टिस्ट के द्वारा भी यह काम किया जाता है या शादी विवाह को लेकर जो कारोबार होता है वह भी किया जाता है ऐसे लोग राजनीति में शुक्र केबल के ऊपर बहुत सारी सफलता असर मिलती है। चतुर्थ भाव का शुक्र को जगाना आपका परम कर्तव्य है अगर आपने चतुर्थ भाव के शुक्र को नहीं जगाया तो जिस तरह से चल रहा है।
उसी तरह से चलेगा उसमें जल्दी बदलाव नहीं आएगा। जो भी जातक चतुर्थ भाव का शुक्र है उनको खुद आगे आकर हमारे जीवन में खुद के जीवन में बदलाव लाने की आवश्यकता होगी। अगर चतुर्थ भाव का शुक्र चलता है जातक के 1 से ज्यादा अधिक घर होते हैं कई घरों का वह मालिक होता है वस्त्रों आभूषणों का भी मालिक होता है। चतुर्थ भाव वाले जातक शुक्र से संबंधित जो भी व्यापार करते हैं वह सफल होता है लेकिन इनकी शादी दोबारा की जाती है तभी शुक्र खुल जाता है। ऐसे जातकों को मैं सलाह दूंगा कि अपने बेडरूम के ज्यादा कलर पिंक कलर या रानी कलर के पर्दे का इस्तेमाल करें दीवारों को यह कलर लगाएं और बेडरूम साफ सुथरा रखें उसके अंदर लोहे की चीजें कम रखें। बेडरूम जो है जितना खाली रखोगे बिना आईने का खुशबूदार रखोगे साफ सुथरा रखोगे बिस्तर की बेडशीट और पिलो कवर हमेशा बदलते रहिए और वह प्रेस किए हुए लगाइए।
आपको फल निश्चित रूप से मिलेगा। चतुर्थ चतुर्थ भाव का सूत्र यानी कि आपके बिस्तर पर बाजू वाला जो तकिया होता है वह चतुर्थ भाव का राहु होता है शुक्र होता है। अगर बाजू वाला आपका जीवन साथी अगर मजबूत होता है या उसका शुक्र उच्च का होता है तो आपको कोई उपाय करने की आवश्यकता नहीं है। आपका जीवन अपने आप चलेगा यदि आपके जीवन साथी का शुक्र कमजोर है तो आप समझ लीजिए कि आपको भी शुक्र कमजोर हो जाएगा। धन की कमी रहेगी पैसे की कमी रहेगी सुख की कमी रहेगी भौतिक सुखों की कमी रहेगी किराए पर घर पर रहना पड़ेगा कर दे होते जाएंगे मेरा एक कहीं कुंडलियों का अनुभव है कि चतुर्थ भाव आपका घर से ही चलेगा इसलिए आपका ज्यादातर ध्यान घर में होना चाहिए।
आप ज्यादातर समय अपने बेडरूम या शयनकक्ष में बिताएं तो आपको लाभ निश्चित मिलेगा। यदि किसी की कुंडली में चतुर्थ भाव में शुक्र है और उनकी शादी हो गई है और वह पैसे के लेकर भौतिक सुखों को लेकर परेशान हैं तो आप गंधर्व विवाह करके इस दोस्त को कम कर सकते हो। इस हालत में आप का प्रथम विवाह आपको लकी साबित नहीं होगा या कम साबित होगा। चतुर्थ भाव का शुक्र दो बार व्यवहार जरूर करा देता है या चाहता है तो मित्रो मैंने आपको चतुर्थ भाव में जिनके शुक्र है वो थे उनके लिए कुछ उपाय भी बताए हैं आप कुछ उपाय कीजिए तो आपको लाभ निश्चित रूप से मिलेगा। आपके पास भौतिक सुखों की कमी नहीं रहेगी आपका कारोबार बढ़ता जाएगा जमीन से जुड़ा भी कारोबार आपको ज्यादा लाभ देगा खेती भी आपको ज्यादा लाभ देगी बहुत सारे फायदे आपको नजर आएंगे।
(यह लेख हस्तरेखातज्ञ पंडित विनोद जी द्वारा लिखा गया है)