
धर्म डेस्क। सनातन परंपरा में पीपल के पेड़ को बेहद पवित्र माना गया है। कई विशेष अवसरों पर इसकी पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि पीपल में भगवान विष्णु, ब्रह्मदेव, महादेव और पितरों का निवास होता है। इसलिए पीपल की पूजा करने से पितृदोष दूर होने और धन की वृद्धि होने की बात कही गई है। ज्योतिष शास्त्र में घर में पीपल का पौधा उगना अलग-अलग संकेतों से जोड़ा गया है। आइए समझते हैं कि घर में पीपल का पेड़ उगने का क्या अर्थ माना जाता है।
घर में पीपल का पेड़ उगना शुभ है या अशुभ?
धार्मिक मान्यता कहती है कि घर में अपने आप पीपल का उग आना शुभ नहीं माना जाता। माना जाता है कि इससे परिवार में वास्तु से जुड़ी परेशानियाँ बढ़ सकती हैं और आर्थिक स्थिति प्रभावित हो सकती है।
कौन-से संकेत माने जाते हैं?
घर में विवाद या झगड़े बढ़ना
बार-बार वाद-विवाद होना
आर्थिक तंगी का आना
वास्तु दोष का बढ़ना
नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव
कार्यों में रुकावट या असफलता
पीपल का पेड़ कैसे हटाएं?
यदि घर में पीपल उग आया हो तो धार्मिक विधि के अनुसार इसे सीधे उखाड़ना उचित नहीं माना जाता।
शनिवार की रात पेड़ के नीचे तेल का दीपक जलाएँ।
अगले दिन रविवार को उसकी जड़ में जल चढ़ाएँ और भगवान विष्णु का स्मरण करें।
इसके बाद पौधे को जड़ सहित निकालकर किसी मंदिर या उपयुक्त स्थान पर लगा दें।
पीपल से जुड़े धार्मिक उपाय
शनिवार को हनुमान जी की पूजा और पीपल के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करना शुभ माना जाता है। इससे दुखों से मुक्ति और मानसिक शांति प्राप्त होने की मान्यता है। पितृदोष से मुक्ति के लिए शनिवार को पीपल की जड़ में काले तिल मिलाकर जल चढ़ाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इससे पितर प्रसन्न होते हैं और रुके हुए कार्य पूरे होते हैं।