नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। कृष्ण जन्माष्टमी से पहले गुरुवार को चांद छठ हर्षोल्लास से मनाई जाएगी। इस अवसर पर महिलाएं एवं युवतियां शाम ढलने के बाद मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए आएंगी। इस अवसर पर राजवाड़ा स्थित गोपाल मंदिर सहित पश्चिम क्षेत्रों में भजन संध्या के साथ ही पारंपरिक कार्यक्रम होंगे। इस कड़ी में नृसिंह मंदिर नृसिंह बाजार में भगवान को हिंडोले में विराजित किया जाएगा। इसके साथ ही झूला उत्सव का समापन होगा।
पुजारी छोटेलाल जी शर्मा ने बताया कि चांद छठ पर महिलाएं सूर्य अस्त से चंद्र उदय तक खड़ी रहकर व्रत करती हैं। शाम को चंद्र उदय होने पर महिलाएं चंद्रदर्शन कर अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना व्यक्त करते हुए पूजन करती हैं। चंद्रमा दिखने पर व्रत को खोल मंदिरों के साथ ही फुगड़ी ,खो-खो जैसे पारंपरिक खेल खेले जाते हैं। युवतियां अच्छे वर की प्राप्ति के लिए सूर्यास्त से चंद्रोदय तक खड़ी रहती हैं। चंद्र दर्शन के बाद व्रत खोलकर भोजन करती हैं।
युवा सांस्कृतिक मंच का 22वां गणेशोत्सव 27 अगस्त को शोभायात्रा के साथ मल्हारगंज में शुरू होगा। इस वर्ष वर्ष लाभ-शुभ, रिद्धि-सिद्धि सहित भगवान गणेश शांत भाव वाली मुद्रा में दर्शन देंगे। साथ ही महादेव को मस्तिष्क के ऊपर त्रिशूल में विराजे हुए सब को दर्शन देंगे। मूर्ति की लंबाई 17 फीट एवं चौड़ाई 8 फीट होगी। 10 दिन अलग-अलग एवं सांस्कृतिक आयोजन होंगे। इस वर्ष भी दो बच्चों स्कूल की फीस देने का निर्णय लिया गया। जिन बच्चों को आवश्यकता है उन्हें कॉपी किताब भी प्रदान की जाएगी।
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