धर्म डेस्क। नवरात्रि का पावन पर्व बहुत जल्द आने वाला है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से लेकर नवमी तक मां दुर्गा की आराधना की जाती है। मान्यता है कि जो भक्त नौ दिनों तक मां दुर्गा की सच्चे मन से पूजा करते हैं, उन पर देवी की विशेष कृपा बरसती है। अगर आप भी इस नवरात्रि मां दुर्गा को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो व्रत शुरू होने से पहले अपने घर से कुछ अशुभ वस्तुएं अवश्य हटा दें।
नवरात्रि से पहले घर की साफ-सफाई बहुत आवश्यक मानी जाती है। टूटे हुए बर्तन, फटे-पुराने कपड़े और बेकार सामान घर में नकारात्मक ऊर्जा फैलाते हैं। इन्हें बाहर निकालकर घर को स्वच्छ और सकारात्मक बनाएँ।
नवरात्रि में चमड़े से बनी वस्तुओं का प्रयोग वर्जित माना गया है। क्योंकि चमड़ा जानवरों की खाल से बनता है और इसे अशुद्ध समझा जाता है। इसलिए पूजा स्थान और रसोई से चमड़े के जूते, बेल्ट, बैग जैसी चीज़ों को दूर रखें।
यदि घर में किसी देवी-देवता की खंडित या टूटी हुई मूर्ति रखी है, तो उसे तुरंत हटा दें। ऐसी मूर्तियां अशुभ मानी जाती हैं। इन्हें पवित्र नदी में प्रवाहित करना या पीपल के पेड़ के नीचे स्थापित करना उचित होता है।
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नवरात्रि में सात्विक भोजन का विशेष महत्व है। इसलिए व्रत आरंभ करने से पहले घर से लहसुन, प्याज, मांसाहार और शराब जैसी तामसिक वस्तुओं को हटा देना चाहिए।
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