धर्म डेस्क, इंदौर। हिन्दू धर्म के कई अलग- अलग रीति रिवाज हैं और इसमें पूजा-पाठ के कई नियम हैं, जिसमें से एक है घर के मंदिर में कौड़ी रखना। कौड़ी को ज्योतिषशास्त्र के अनुसार बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। पूजा-पाठ में इसका इस्तमाल बेहद जरूरी माना जाता है।
कहा जाता है कि बिना कौड़ी के पूजा अधूरी होती है। कौड़ी से देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है। आम तौर पर कौड़ी को तिजोरी में रखा जाता है ताकि माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहे। तो चलिए आज इस लेख के माध्यम से इसके उपयोग का सही तरीका जानते हैं।
साथ ही ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी के पूजा-पाठ करने के विशेष विधि-विधान को कैसे पूरा किया जाता है इस बारे में जानते है।
पूजाघर में कौड़ी का होना शुभ माना जाता है, इससे देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है। परिवार में कभी धन की कमी नहीं होती है। शास्त्रों के अनुसार माता लक्ष्मी समुद्र से कौड़ी के साथ प्रकट हुई थी, जिसके बाद कौड़ी को धन के समान माना जाने लगा। कौड़ियों को पूजा के दौरान धन के पास रखाना शुरू किया, तभी से भक्त इनको जीवन में एक वृद्धि का आधार मानने लगे।
माता लक्ष्मी की पूजा के दौरान कौड़ियों का एक अलग ही महत्व है। इसकी पूजा की विधि में आप कौड़ी को केसर या हल्दी के घोल में भिगोकर रखें। पूजा के बाद इसको अलग करके लाल कपड़े में लपेट कर तियोरी में रख दें, जिसमें उसकी पवित्रा से आप को धन का लाभ हो।
कौड़ी रखने के बाद दक्षिण दिशा की तरफ मुख करके धन के देवता कुबेर देव के अमोघ मंत्र का 108 बार जाप करें, इससे आपको लाभ हो सकता है।
धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥