धर्म डेस्क, नई दिल्ली। अब से कुछ ही देर में लगने वाला चंद्र ग्रहण बेहद खास होगा। यह साल का अंतिम और पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा जो भारत सहित दुनिया के कई हिस्सों में दिखाई देगा। यह ग्रहण 82 मिनट का होगा, जो काफी खास और दुर्लभ होगा।
यह ग्रहण ब्लड मून के अलावा सुपरमून भी होगा, जो पृथ्वी के पास होगा। नासा ने बताया है कि भारत के खिलाफ एशिया, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप के लाखों लोग इसे आराम से देख पाएंगे। पंचांग के अनुसार, यह पूर्ण चंद्र ग्रहण रात 9 बजकर 58 मिनट से शुरू हो जाएगा और यह 9 सितंबर को देर रात 01 बजकर 26 मिनट तक रहेगा।
इसे ब्लड मून भी कहा जा रहा है क्योंकि चंद्रमा लाल रंग का नजर आएगा। यह खगोलीय घटना तब होती है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है। इस समय सूर्य की रोशनी सीधे चंद्रमा तक नहीं पहुंचती और पृथ्वी की वायुमंडलीय परत से गुजरती लाल रोशनी चंद्रमा तक पहुंचकर उसे लाल दिखाती है। यही वजह है कि इसे काफी खास माना जा रहा है। अगर आप इस बार चूके तो अगली बार ऐसा ग्रहण देखने के लिए 2028 तक इंतजार करना पड़ेगा।
यह भी पढ़ें- Chandra Grahan 2025: चंद्र ग्रहण के दौरान इन राशियों को बरतनी होगी सावधानी, वरना हो सकता है भारी नुकसान
इस चंद्र ग्रहण की खास बात यह है कि इसे देखने के लिए किसी टेलिस्कोप या ग्रहण चश्मे की जरूरत नहीं है। इसे खाली आंखों से भी देखा जा सकता है। इस चंद्र ग्रहण का अनुभव करने के लिए आप शाम से लेकर मध्यरात्रि तक आसमान की ओर नजर रख सकते हैं।