धर्म डेस्क, नई दिल्ली। गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2025) का पर्व पूरे भारत में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। पंचाग के अनुसार हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। इस साल गणेश चतुर्थी का पर्व 27 अगस्त से शुरू होने जा रहा है।
गणेश चतुर्थी के दिन सनातन धर्म को मानने वाले लोग अपने घरों में गणपति जी की स्थापना करते हैं और 10 दिनों तक श्रद्धाभाव से उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन कुछ खास उपाय करने से भगवान गणेश को खुश किया जा सकता है और उनकी कृपा हासिल की जा सकती है।
गणेश जी को मोदक काफी प्रिय हैं। ऐसे में गणेश उत्सव के दौरान गणपति जी की पूजा में उन्हें मोदक का भोग जरूर लगाएं। इससे गणपति बप्पा प्रसन्न होते हैं और साधक को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
आप गणेश उत्सव के दौरान गणेश जी को लड्डूओं का भोग भी लगा सकते हैं। इसके साथ ही गणेश जी को खीर, मालपुए और मिठाई आदि का भोग अर्पित करना भी बेहद शुभ माना जाता है। इससे भी साधक पर गणेश जी की विशेष कृपा बनी रहती है और विघ्नहर्ता उनके सारे विघ्न हरते हैं।
गणेश उत्सव की पूजा में गणेश जी को वस्त्र, जनेऊ, चंदन, अक्षत, धूप, दीप, फल और फूल आदि जरूर अर्पित करें। इसके साथ ही हाथी और गौ माता को हरा चारा खिलाने से भी धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं और भगवान गणेश की कृपा मिलती है।
1. वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा ॥
2. एकदन्तं महाकायं लम्बोदरगजाननम्।
विघ्नशकरं देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम्॥
3. ॐ ग्लौम गौरी पुत्र,वक्रतुंड,गणपति गुरु गणेश
ग्लौम गणपति,ऋदि्ध पति। मेरे दूर करो क्लेश।।
4. एकदन्तं महाकायं लम्बोदरगजाननम्।
विघ्नशकरं देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम्॥
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अस्वीकरण- इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। नईदुनिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। नईदुनिया अंधविश्वास के खिलाफ है।