धर्म डेस्क। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के अगले दिन अनंत चतुर्दशी मनाई जाती है। इस वर्ष यह शुभ अवसर शनिवार, 06 सितंबर 2025 को पड़ रहा है। इसी दिन भगवान गणेश को श्रद्धापूर्वक विदा किया जाता है। गणपति विसर्जन से पहले भक्त पूरे भक्ति भाव से उनकी पूजा और आरती करते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गणेश विसर्जन के दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है। इस दिन अपनी क्षमता अनुसार दान करने से भगवान गणेश की कृपा बनी रहती है और जीवन में अन्न-धन की कभी कमी नहीं होती। आइए जानते हैं इस वर्ष गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त, शुभ योग और दान की जाने वाली चीज़ों की सूची।
वैदिक पंचांग के अनुसार, 06 सितंबर 2025 को सुबह 07:36 बजे से 09:10 बजे तक विसर्जन का शुभ समय रहेगा। इसके अलावा दोपहर और संध्याकाल में भी विसर्जन के लिए उत्तम मुहूर्त उपलब्ध होंगे। भक्त अपनी सुविधा अनुसार इन समयों में गणपति बप्पा का विसर्जन कर सकते हैं।
इस दिन सुकर्मा योग और रवि योग जैसे मंगलकारी संयोग बन रहे हैं। इन योगों में भगवान गणेश की पूजा और विसर्जन करने से सभी इच्छाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख, सौभाग्य और समृद्धि बढ़ती है।
1. व्यापार में तरक्की के लिए - हरी सब्जियां, मौसमी फल और पान के पत्ते का दान करें। इससे कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होता है।
2. अन्न-धन की वृद्धि के लिए - चावल, मूंग की दाल, आलू, तेल और हरी सब्जियों का दान करें। चाहें तो खिचड़ी बनाकर जरूरतमंदों को खिलाएं।
3. भौतिक सुखों के लिए - चावल, आटा, चीनी, नमक और मैदा का दान करना शुभ रहता है। इससे शुक्र देव की कृपा मिलती है।
4. करियर में सफलता के लिए - हल्दी, बेसन, चने की दाल, केला और पपीता का दान करें। इनसे मनोकामनाएं पूरी होती हैं।