धर्म डेस्क, इंदौर। गायत्री मंत्र सनातन धर्म में सबसे पवित्र और शक्तिशाली मंत्रों में से एक है। यह एक सार्वभौमिक प्रार्थना है, जो मन और आत्मा को दिव्य शक्ति देती है। यदि रोज गायत्री मंत्र का जाप किया जाए तो व्यक्ति और समाज दोनों को ही कई लाभ हो सकते हैं। योगा एक्सपर्ट अल्पना पांडेय गायत्री मंत्र जाप करने के फायदों के बारे में विस्तार से जानकारी दे रही है।
ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।
गायत्री मंत्र का जाप मन पर शांत प्रभाव डाल सकता है। इससे तनाव, चिंता और नकारात्मक भावनाओं का नाश होता है। यह अहंकार, क्रोध, लालच, वासना और मोह जैसी बुराइयों पर काबू पाने में भी मदद करता है। मन में प्रेम, करुणा, उदारता और वैराग्य के गुणों जाग्रत करता है।
पौराणिक मान्यता है कि गायत्री मंत्र का जाप करने का व्यक्ति को जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्ति मिलती है। गायत्री मंत्र व्यक्ति को मोक्ष की स्थिति में ले जाता है और सभी बंधनों और पीड़ाओं से मुक्ति दिलाता है।
गायत्री मंत्र आत्म-साक्षात्कार करने का एक साधन है। यह अंतर्ज्ञान को जागृत करता है जो साधक को अंतिम सत्य की ओर मार्गदर्शन करता है। नियमित रूप से गायत्री मंत्र का जाप करने से आध्यात्मिक प्रकाश जागृत होता है। नियमित इसका जाप करने से एकाग्रता में भी सुधार करता है। गायत्री मंत्र नकारात्मकता से बचाता है।
गायत्री मंत्र का जाप करने वाले शरीर पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह रक्त को शुद्ध करता है। हमारे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार होता है। सही प्रवाह के साथ सही गायत्री मंत्र का जाप किया जाता है तो ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित रहता है और तंत्रिका तंत्र की कार्यप्रणाली को बढ़ाता है।
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'