
धर्म डेस्क। अगर आप अपने जीवन में आ रही परेशानियों से मुक्ति चाहते हैं और हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो हनुमान चालीसा का नियमित पाठ आपके लिए बेहद फलदायी हो सकता है। ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति श्रद्धा और नियमपूर्वक हनुमान चालीसा का पाठ करता है, उसके जीवन की हर बाधा बजरंगबली की कृपा से धीरे-धीरे समाप्त हो जाती है। ऐसे में पाठ के दौरान आपको पूर्ण लाभ के लिए पाठ के दौरान इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।
हनुमान चालीसा का पाठ आरंभ करने से पहले स्नान करके स्वयं को शुद्ध करें। इसके बाद किसी शांत, स्वच्छ और पवित्र स्थान पर बैठें। पाठ शुरू करने से पहले अपने पास जल से भरा एक पात्र रखें। जब पाठ पूरा हो जाए, तो उस जल को श्रद्धा से ग्रहण करें। ध्यान रहे, पाठ श्रद्धा और एकाग्रता के साथ ही करना चाहिए — तभी आपको इसका पूर्ण लाभ प्राप्त होगा।
हनुमान चालीसा का पाठ करते समय मन में किसी प्रकार के नकारात्मक विचार नहीं आने चाहिए। पूरी एकाग्रता के साथ केवल पाठ पर ध्यान केंद्रित रखें। पाठ के दौरान किसी से बातचीत या मन को भटकने न दें। ऐसा करने से साधना का प्रभाव कम हो जाता है और अपेक्षित फल नहीं मिलता।
हालांकि हनुमान चालीसा का पाठ किसी भी दिन किया जा सकता है, लेकिन मंगलवार और शनिवार को इसका विशेष महत्व बताया गया है। इन दिनों पाठ करने से हनुमान जी की कृपा के साथ-साथ शनिदेव की अनुकंपा भी प्राप्त होती है।
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हनुमान चालीसा का पाठ दिन के किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन ब्रह्म मुहूर्त यानी सूर्योदय से पहले के समय में पाठ करना अत्यंत शुभ माना गया है। इसके अतिरिक्त, हनुमान चालीसा को धीरे-धीरे और उच्च स्वर में बोलकर पढ़ना चाहिए। ऐसा करने से पाठ का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।
इस प्रकार, यदि आप पूरे मन, श्रद्धा और अनुशासन के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, तो हनुमान जी की कृपा सदैव आपके जीवन में बनी रहती है और हर कठिनाई अपने आप दूर हो जाती है।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। नईदुनिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। नईदुनिया अंधविश्वास के खिलाफ है।