Shukra Dosh। हिंदू ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को दैत्यगुरु शुक्राचार्य के नाम से भी जाना जाता है। ज्योतिष में शुक्र देव को भोग, विलास और सभी प्रकार की सुख सुविधाएं प्रदान करने वाले कारक ग्रह माना गया है। ज्योतिष में शुक्र ग्रह को वृषभ और तुला राशि का स्वामी माना गया है। कन्या राशि में यह नीच राशि में माने जाते हैं तो मीन राशि में शुक्र देव की स्थिति उच्च में हो जाती है।
यदि किसी जातक की राशि में शुक्र दोष होता है तो जीवन में प्रेम, धन की कमी रहती है और ऐसा व्यक्ति यौन रोगों का शिकार भी हो सकता है। इसके अलावा जातक को कई तरह के रोग उत्पन्न हो सकते हैं। शुक्र दोष होने पर किडनी, त्वचा या पांव का रोग होने की भी आशंका रहती है। वैवाहिक जीवन में भी कई तरह की परेशानियां आने लगती है।
यदि किसी जातक की कुंडली में शुक्र दोष है तो नहाने के पानी में मात्र दो चीजें मिलाकर स्नान करेंगे तो शुक्र का प्रभाव कुछ हद तक कम हो जाता है। ऐसे लोगों को नहाने से पहले पानी में थोड़ी सी फिटकरी मिला देना चाहिए और 4 बूंद किसी सुगंधित इत्र भी डालना चाहिए। इस उपाय से जातक का शुक्र दोष दूर हो जाता है।
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