Thursday Remedies: हिंदू धर्म में हर दिन किसी न किसी देवी-देवता की पूजा का विधान है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडला में गुरु ग्रह को मजबूत करने और शुभ प्रभावों को बढ़ाने के लिए कुछ खास उपायों को करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। गुरुवार के दिन पीली वस्तुओं का दान करना काफी लाभकारी माना जाता है। गुरु ग्रह का संबंध पीली चीजों से है, ऐसे में गुरुवार के दिन हल्दी का प्रयोग विशेष माना गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हिंदू धर्म में हल्दी का विशेष महत्व है। गुरुवार के दिन हल्दी के कुछ उपायों को करने से व्यक्ति को जीवन में सफलता मिलती है। साथ ही तरक्की के नए रास्ते खुलते हैं।
- कहा जाता है कि गुरुवार के दिन हल्दी का दान करने से व्यक्ति की सेहत में सुधार होता है। साथ ही व्यक्ति को गुरु ग्रह से जुड़े दोषों से मुक्ति मिलती है।
- अगर आपको करियर में किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो पानी में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर स्नान करने से कामयाबी मिलने लगती है। साथ ही हल तरह की समस्याओं से छुटकारा मिलता है और व्यक्ति का तन, मन शुद्ध होता है।
- अगर आपका बिजनेस काफी मंद चल रहा है और उसमें उन्नति चाहते हैं, तो बुधवार की रात काली हल्दी और केसर को पानी में घोल लें और इस पानी से तिजोरी में स्वास्तिक बनाएं। इसकी नियमित रूप से पूजा करने से धीरे-धीरे समस्याएं दूर होती हैं और बिजनेस में उन्नति मिलने लगती है।
- हिंदू धर्म में हल्दी को शुभ माना गया है। ऐसे में जिन लोगों के विवाह में देरी हो रही है, तो वे नियमित रूप से पूजा के बाद माथे पर हल्दी तिलक लगाएं। इससे विवाह का योग बनने लगेगा। इसके साथ-साथ गुरुवार के दिन गणेश जी को हल्दी भी अर्पित कर सकते हैं। ऐसा करने से जल्दी लाभ मिलेगा।
- गुरुवार के दिन गणेश जी को हल्दी का तिलक लगाएं और स्वयं को भी हल्दी का तिलक लगाएं। ऐसा करने से व्यक्ति को सभी कार्यों में सफलता मिलती है।
- गुरुवार को भगवान विष्णु का ध्यान करके हल्दी और अक्षत लें। इसके बाद विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करें। इस उपाय से आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और कार्य में सफलता मिलेगी।
Sushmita Sen: गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च की जाने वाली एक्ट्रेस बनीं सुष्मिता सेन, देखिए पूरी लिस्ट
डिसक्लेमर
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'