धर्म डेस्क, इंदौर। साल 2023 का आखिरी चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा के दिन लगेगा। हिंदू पंचांग के मुताबिक, साल का आखिरी चंद्रग्रहण भारत में 28 अक्टूबर को रात 11:30 बजे से शुरू होगा और 29 अक्टूबर को देर रात 2:22 बजे खत्म होगा। हिंदू पंचांग के मुताबिक, चंद्र ग्रहण में सूतक काल 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है। ऐसे में 28 अक्टूबर को दोपहर 2:52 से सूतक शुरू होगा और ग्रहण समाप्ति पर ही सूतक काल खत्म होगा। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। गर्भवती महिलाओं को भूलकर भी ये गलतियां नहीं करना चाहिए।
चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। ऐसा करने से गर्भस्थ शिशु को रेडिएशन के कारण नुकसान हो सकता है। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर में ही रहना चाहिए। साथ ही गर्भवती महिलाओं को चंद्रग्रहण के दौरान खान भी नहीं बनाना चाहिए और न कुछ खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए। ऐसा करने से भी बच्चे की सेहत पर बुरा असर होता है।
ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को धारदार चीजों का उपयोग नहीं करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को चंद्रग्रहण के दौरान चाकू, कैंची, सिलाई, कढ़ाई या बुनाई जैसा कोई भी काम नहीं करना चाहिए। इसे भी अशुभ माना जाता है।
गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण के समय भगवान का ध्यान करने के साथ-साथ मंत्रों का जाप करें। मन को एक स्थान पर स्थिर रखकर चिंतन-मनन करना चाहिए। इस दौरान भगवान की मूर्तियों का भी स्पर्श नहीं करना चाहिए।
चंद्रग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को सोना नहीं चाहिए। ग्रहण काल में सोने से बच्चे पर बुरा असर हो सकता है। ग्रहण के दौरान चंद्र दर्शन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां और बच्चे दोनों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। ग्रहण काल में सफेद चीजों का दान जरूर करना चाहिए।
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'