धर्म डेस्क। गणेश चतुर्थी भगवान गणेश का आशीर्वाद पाने का सबसे बड़ा पर्व होता है। यह त्योहार समृद्धि, बुद्धि और सफलता का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि बप्पा हर संकट का नाश करते हैं और जीवन में नए अवसरों के द्वार खोलते हैं। यही वजह है कि गणेश चतुर्थी को विघ्नहर्ता गणपति के स्वागत और नई शुरुआत का पर्व कहा जाता है। इस साल गणेश चतुर्थी बुधवार 27 अगस्त को मनाई जाएगी।
त्योहार के साथ ही गणेश चतुर्थी का त्योहार (Ganesh Chaturthi 2025) नजदीक आते ही हर तरफ एक अलग ही रौनक छा जाती है। बाजार रंग-बिरंगी मूर्तियों और सजावट के सामानों से सज जाते हैं और घरों में गणपति बप्पा के स्वागत की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। जब बात गणपति की होती है, तो सबसे पहले मोदक का ख्याल आता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मोदक के अलावा भी कई ऐसे पकवान हैं, जिनके बिना गणेश चतुर्थी का त्योहार अधूरा है?
आपको पता ही होगा कि मोदक भगवान गणेश का सबसे प्रिय भोग है, लेकिन भारत के अलग-अलग हिस्सों में बप्पा को कई तरह के पारंपरिक पकवानों का भोग लगाया जाता है। इन पकवानों का स्वाद और सुगंध त्योहार की खुशियों को और भी बढ़ा देता है। आइए जानते हैं मोदक के अलावा 8 ऐसे पकवानों के बारे में, जो गणेश चतुर्थी को और भी खास बनाते हैं।
लड्डू (Ladoo)
बेसन, रवा, और नारियल के लड्डू भी गणपति के भोग के लिए बनाए जाते हैं। ये बनाने में आसान होते हैं और इनका स्वाद बच्चों से लेकर बड़ों तक सबको पसंद आता है।
श्रीखंड (Shrikhand)
यह दही से बनने वाली एक स्वादिष्ट और ठंडी मिठाई है। दही को छानकर उसका पानी निकाल दिया जाता है और फिर उसमें चीनी, केसर, इलायची और सूखे मेवे मिलाकर इसे तैयार किया जाता है। यह खासतौर पर गुजरात और महाराष्ट्र में बहुत लोकप्रिय है।
पुरण पोली (Puran Poli)
महाराष्ट्र में मोदक के बाद सबसे ज्यादा लोकप्रिय पकवान पुरण पोली है। यह एक मीठी रोटी होती है, जिसे चने की दाल और गुड़ या चीनी के मिश्रण से बनाया जाता है। इसे घी के साथ गर्मागर्म परोसा जाता है।
नारियल की बर्फी (Nariyal Barfi)
नारियल का इस्तेमाल मोदक में तो होता ही है, लेकिन नारियल की बर्फी भी गणपति के भोग के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। यह बनाने में आसान है और इसका स्वाद भी लाजवाब होता है।
पोंगल (Pongal)
दक्षिण भारत में, खासकर तमिलनाडु में, गणेश चतुर्थी के दौरान पोंगल बनाया जाता है। यह चावल और मूंग दाल से बनता है और इसे मीठे या नमकीन दोनों तरह से बनाया जा सकता है।
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शंकरपाली (Shankarpali)
यह एक कुरकुरा और मीठा स्नैक है, जिसे महाराष्ट्र और गुजरात में खूब पसंद किया जाता है। इसे मैदे, चीनी और घी से बनाया जाता है और फिर तेल में सुनहरा होने तक तला जाता है।
मेथी भाजी (Methi Bhaji)
कुछ जगहों पर गणपति को भोग में हरी सब्जियां भी चढ़ाई जाती हैं, जिसमें मेथी भाजी प्रमुख है। इसे लहसुन, प्याज और मसालों के साथ बनाया जाता है।
खिचड़ी (Khichdi)
खिचड़ी को एक सात्विक भोजन माना जाता है और इसे कई जगहों पर प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है। यह मूंग दाल और चावल से बनती है, जो पाचन के लिए भी अच्छी होती है।