धर्म डेस्क। अंग्रेजी कैलेंडर का सातवां माह जुलाई आध्यात्मिक उर्जा एवं उत्सवी उल्लास से भरा होगा। इस महीने देवशयनी एकादशी, गुरु पूर्णिमा, नाग पंचमी, हरियाली तीज सहित कई प्रमुख तीज त्योहार कतार से आएंगे। 3 जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा पर 20 से अधिक जत्थे बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए अहिल्या की नगरी से जाएंगे। साथ ही 11 जुलाई से शुरू हो रहे शिव आराधना के सावन माह में मालवा की सबसे बड़ी कावड़ यात्रा के साथ ही एक दर्जन से अधिक छोटी बड़ी कावड़ा यात्रा निकलेगी।
13 जुलाई को शनि देव 138 दिनों के लिए मीन राशि में वक्री होंगे। शनि देव सहित इस माह छह ग्रह अपनी स्थिति बदलेंगे। इसका शुभ, अशुभ और मिश्रित प्रभाव अलग-अलग राशि के जातकों पर अलग पढ़ेगा। ज्योतिर्विद् आचार्य शिवप्रसाद तिवारी बताते है कि इस माह भोले भंडारी को सृष्टि का काम सौपकर 118 दिनों के लिए श्रीहरि शयन करेंगे। शयन का यह समय इस वर्ष देवशयनी एकादशी 6 जुलाई से देवप्रबोधिनी एकादशी 1 नवंबर तक रहेगा।
इस दौरान शहर के गीता भवन, विद्याधाम, अन्नपूर्णा मंदिर, हरिधाम, हंसदास मठ में देश के विभिन्न साधु-संतों का आगमन होगा। उनके सान्निध्य में सनातन के बड़े तीज-त्योहारों के उल्लास के साथ मनाए जाएंगे। ज्योतिर्विद् पं. बाबूलाल जोशी कहते है कि शिव आराधना का सावन माह 11 जुलाई से 9 अगस्त तक रहेगा। इसमें सनातनी शिव भक्ति में डूबेंगे। इसमें पहले तीन सावन सोमवार जुलाई में होंगे।
अमरनाथ यात्रा पर 25 जत्थे अहिल्या की नगरी से जाएंगे। यह जत्थे 21 ले 600 लोगों तक होंगे। ओमजटाशंकर पारमार्थिक सेवा समिति के अध्यक्ष नरेंद्र शर्मा ने बताया कि इसबार पिछले 10 वर्ष में यात्रा के लिए सबसे कम 38 दिन रखे गए है। पहलगाम आतंकी हमले के चलते यात्रा को लेकर उत्साह में कमी आई थी लेकिन अब फिर बाबा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं में उत्साह भर गया है। शुरुआती दिन के रजिस्ट्रेशन न मिलने से हमारा 565 सदस्यी जत्था 12 जुलाई को अमरनाथ जाएगा।
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मालवा की सबसे बड़ी सात दिनी कावड़ यात्रा में इसबार 3 हजार हजार भक्त कावड़ उठाएंगे। यात्रा प्रभारी दीपेंद्र सिंह सोलंकी कहते है कि यात्रा के लिए श्रद्धालु 13 जुलाई को मरीमाता चौराहा से दोपहर 1 बजे बस से सवार होकर महेश्वरी पहुंचेंगे। 14 जुलाई को सुबह 7 बजे मां नर्मदा का दुग्धाभिषेक कर कावड़ में जल भरकर पैदल उज्जैन की ओर प्रस्थान करेंगे। वे गुजरी, मानपुर, महू, इंदौर होते हुए उज्जैन पहुचेंगे। 21 जुलाई को महाकाल का जलाभिषेक कर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की जाएगी।
6 जुलाई को देवशयनी एकादशी
10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा
11 जुलाई से सावन माह
14 जुलाई को प्रथम सावन सोमवार
15 जुलाई को मंगला गौरी व्रत
16 जुलाई को कर्क संक्रांति
23 जुलाई को हरियाली अमावस्या
27 जुलाई को हरियाली तीज
29 जुलाई को नाग पंचमी
30 जुलाई को स्कंद षष्ठी
9 जुलाई को गुरु बृहस्पति मिथुन राशि में उदित होंगे
13 जुलाई को शनि देव मीन राशि में वक्री होंगे।
16 जुलाई को सूर्य देव कर्क राशि में गोचर करेंगे।
18 जुलाई को बुध कर्क में वक्री होंगे।
26 जुलाई को शुक्र मिथुन में गोचर करेंगे।
28 जुलाई को मंगल का कन्या राशि में प्रवेश होगा।