धर्म डेस्क, इंदौर: सुहागिनों के सबसे बड़े पर्व करवा चौथ को लेकर एक बहुत ही शुभ खबर सामने आई है। इस साल शुक्रवार, 10 अक्टूबर को आ रहा यह पावन व्रत कई दुर्लभ और अत्यंत शुभ योगों के महासंयोग में मनाया जाएगा, जो व्रत करने वाली महिलाओं के लिए अखंड सौभाग्य और वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि लेकर आएगा।
पंडित चंद्रभूषण शुक्ला ने बताया कि पंचांग गणना के अनुसार, इस वर्ष करवा चौथ के दिन सिद्धि योग के साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग और रोहिणी नक्षत्र का अद्भुत मेल बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र में इन योगों को किसी भी शुभ कार्य और विशेष पूजा-अर्चना के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। मान्यता है कि ऐसे शुभ संयोग में किया गया व्रत-पूजन कई गुना अधिक फलदायी होता है।
सबसे अच्छी खबर चंद्रमा की स्थिति को लेकर है। इस बार करवा चौथ पर चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृषभ में विराजमान रहेंगे। चंद्रमा का अपनी उच्च राशि में होना सौभाग्य, शीतलता और मन की शांति में वृद्धि करता है। इसलिए, 10 अक्टूबर को चंद्र दर्शन करना व्रती महिलाओं के लिए मनवांछित फल प्रदान करने वाला सिद्ध होगा।
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पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:57 बजे से 7:11 बजे तक रहेगा, और चंद्रोदय का समय रात 8:13 बजे के आसपास रहने का अनुमान है। यह शुभ महासंयोग सभी विवाहित महिलाओं के लिए पति की दीर्घायु की कामना और दांपत्य जीवन में मधुरता घोलने का एक सुनहरा अवसर है। व्रत की तैयारी कर रही महिलाओं के लिए यह खबर उत्साह और भक्ति को दोगुना कर देगी।
करवा चौथ के दिन सिद्धि योग के साथ ही सर्वार्थ सिद्धि और रोहिणी नक्षत्र का अद्भुत संयोग है। इन योगों में कोई भी शुभ कार्य करने और पूजा अर्चना के लिए सर्वोत्तम मना जाता है।
-पंडित चंद्रभूषण शुक्ला