नईदुनिया, उज्जैन, Nag Panchami 2025: ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर (Ujjain Mahakal Temple) में श्रावण शुक्ल पंचमी 29 जुलाई को नागपंचमी मनाई जाएगी। मंदिर के शीर्ष पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट एक साल बाद 28 जुलाई को खुलेंगे। पश्चात महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान की पूजा-अर्चना की जाएगी।
रात 12.40 पर आम दर्शन का सिलसिला शुरू होगा, जो 29 जुलाई की रात 12 बजे तक लगातार चलता रहेगा। मंदिर प्रशासन ने महापर्व को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। व्यवस्था के लिए विभिन्न विभागों को लिखा गया है।
नागपंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा होगी। 28 जुलाई को रात 12 बजे पट खुलने के बाद महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी द्वारा पूजा की जाएगी। दूसरी पूजा 29 जुलाई को दोपहर 12 बजे शासन की ओर से जिला प्रशासन के अधिकारी करेंगे।
इस दिन कई तरह की परंपराओं का निर्वहन होता है। जैसे मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में इस दिन तवे पर खाना नहीं बनता है। अधिकांश घरों में दाल बाटी बनाई जाती है और भगवान को भोग लगाया जाता है।
शाम 7.30 बजे भगवान महाकाल की संध्या आरती के बाद मंदिर समिति की ओर से मंदिर के पुजारी नागचंद्रेश्वर की पूजा अर्चना करेंगे। पश्चात 29 जुलाई की रात 12 बजे फिर से एक साल के लिए मंदिर के पट बंद हो जाएंगे।