धर्म डेस्क। हिंदू धर्म में रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के रिश्ते का सबसे पवित्र प्रतीक माना जाता है। यह दिन प्यार, विश्वास और सुरक्षा की डोर को और मजबूत करता है। हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला यह त्योहार इस बार 9 अगस्त 2025 को पूरे देश में उत्साह और आस्था के साथ मनाया जा रहा है।
बाजारों में रंग-बिरंगी राखियां, मिठाइयां और उपहारों की रौनक देखते ही बनती है। बहनें अपने भाइयों के लिए खास राखियां चुनती हैं और भाई बहनों के लिए उपहार की तैयारी करते हैं।
1. तीन गांठों का रहस्य - आस्था और सुरक्षा का प्रतीक
राखी में तीन गांठें लगाने की परंपरा है, जो गहरे आध्यात्मिक अर्थ रखती हैं-
2. दिशा का विशेष महत्व
'येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबलः।
तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि, रक्षे माचल माचलः।।'
इस मंत्र का अर्थ है - जिस पवित्र धागे से महाबली राजा बलि की रक्षा हुई थी, उसी से मैं तुम्हारी रक्षा करती हूं। यह धागा तुम्हें हर संकट से बचाए।
1. आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए
सुबह पूजा की थाली में राखी के साथ एक चांदी या एक रुपये का सिक्का रखें। पहले भगवान गणेश को राखी बांधें और सिक्का मंदिर में रख दें। अगले दिन इसे लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें।
2. तरक्की पाने के लिए
भगवान शिव का दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से अभिषेक करें, फिर शिवजी को राखी बांधें और विधिपूर्वक पूजा करें।
3. सुख-शांति और समृद्धि के लिए
लक्ष्मी माता और गणेश जी की पूजा कर ‘ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः’ और ‘ॐ गण गणपतये नमः’ का 108 बार जाप करें।
4. परिवार की सुरक्षा के लिए
सरसों, केसर, सिक्का, चंदन, अक्षत और दूर्वा को रेशमी कपड़े में बांधकर कलश पर रखें और पूजा करें।