Rukmini Ashtami 2024: कब है रुक्मिणी अष्टमी? नोट कर लें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
लक्ष्मी का स्वरूप देवी रुक्मिणी की पूजा करने से वैवाहिक जीवन सुखी रहता है और आर्थिक तंगी नहीं आती है। साथ ही मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं।
By Ekta Sharma
Edited By: Ekta Sharma
Publish Date: Wed, 03 Jan 2024 04:27:50 PM (IST)
Updated Date: Wed, 03 Jan 2024 04:27:50 PM (IST)
Rukmini Ashtami 2024HighLights
- रुक्मिणी अष्टमी 4 जनवरी 2024, गुरुवार को मनाई जाएगी।
- इस दिन इस साल की पहली कालाष्टमी भी पड़ रही है।
- श्री कृष्ण और रुक्मिणी देवी की पूजा करने से लाभ प्राप्त होता है।
धर्म डेस्क, इंदौर। Rukmini Ashtami 2024: पौष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रुक्मिणी अष्टमी के नाम से जाना जाता है। इस दिन द्वापर युग में श्रीकृष्ण की पत्नी देवी रुक्मिणी का जन्म हुआ था। देवी रुक्मिणी भगवान कृष्ण की मुख्य पत्नी थीं। उन्हें देवी लक्ष्मी का अवतार भी माना जाता है। माना जाता है कि रुक्मिणी अष्टमी पर श्री कृष्ण और रुक्मिणी देवी की पूजा करने से लाभ प्राप्त होता है। साथ ही मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं।
इस साल रुक्मिणी अष्टमी 4 जनवरी 2024, गुरुवार को मनाई जाएगी। इस दिन इस साल की पहली कालाष्टमी भी पड़ रही है। लक्ष्मी का स्वरूप देवी रुक्मिणी की पूजा करने से वैवाहिक जीवन सुखी रहता है और आर्थिक तंगी नहीं आती है।
रुक्मिणी अष्टमी शुभ मुहूर्त
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 3 जनवरी 2024 को शाम 7 बजकर 48 मिनट पर शुरू होगी। यह अगले दिन 4 जनवरी 2024 को रात्रि 10:04 बजे समाप्त होगी।
रुक्मिणी अष्टमी पूजा विधि
- इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं और शुभ समय पर पूजा स्थल पर श्रीकृष्ण और माता रुक्मिणी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
- इसके बाद दक्षिणावर्ती शंख से केसर मिले दूध के साथ श्रीकृष्ण और देवी रुक्मिणी का अभिषेक करें। पंचोपचार विधि से पूजा करें।
- फिर देवी रुक्मिणी को लाल वस्त्र, इत्र, हल्दी और कुमकुम अर्पित करें।
- पंचामृत बनाएं और इसे किसी शुद्ध पात्र में देवी-देवताओं को अर्पित करें।
- पूजा करते समय मंत्र कृं कृष्णाय नमः का जाप करते रहें।
- अंत में गाय के घी का दीपक जलाएं और कपूर से आरती करें। ब्राह्मण भोज कराएं।
- इस दिन विवाहित महिलाओं को सुहाग का सामान भेंट करें। इससे सौभाग्य में वृद्धि होती है।
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