Sawan Putrada Ekadashi 2025: भगवान विष्णु-शिव की कृपा पाने का उत्तम दिन, संतान सुख और पापों से मुक्ति पाने के लिए रखें व्रत
एकादशी तिथि (Sawan Putrada Ekadashi) 4 अगस्त को सुबह 11:41 से शुरू होकर 5 अगस्त को दोपहर 1:12 तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार, व्रत 5 अगस्त को रखा जाएगा। यह व्रत संतान प्राप्ति, पापों के नाश और जीवन में आध्यात्मिक उन्नति के लिए श्रेष्ठ माना गया है। सावन मास में आने के कारण इसका पुण्यफल कई गुना बढ़ जाता है।
Publish Date: Mon, 04 Aug 2025 11:56:53 AM (IST)
Updated Date: Mon, 04 Aug 2025 12:08:45 PM (IST)
Putrada Ekadashi 2025: पुत्रदा एकादशी 5 अगस्त 2025 को मनाई जाएगी।HighLights
- संतान सुख के लिए श्रेष्ठ एकादशी व्रत।
- धार्मिक पूजन से बढ़ेगा पारिवारिक सौहार्द।
- शिव और विष्णु दोनों की बरसेगी कृपा।
धर्म, डिजिटल डेस्क। सावन पुत्रदा एकादशी (Sawan Putrada Ekadashi Vrat) 2025 का पावन व्रत इस वर्ष 5 अगस्त को रखा जाएगा। यह व्रत सावन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आता है, जो भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का अत्यंत शुभ दिन माना जाता है।
![naidunia_image]()
एकादशी तिथि एवं मुहुर्त
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह पुत्रदा एकादशी व्रत विशेष रूप से उन दंपतियों के लिए फलदायी है जो संतान सुख की इच्छा रखते हैं। साथ ही यह व्रत संपूर्ण परिवार की सुख-शांति और समृद्धि के लिए भी प्रभावकारी माना जाता है। द्रिक पंचांग के अनुसार, एकादशी तिथि 4 अगस्त को सुबह 11:41 से शुरू होकर 5 अगस्त को दोपहर 1:12 तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार, व्रत 5 अगस्त को रखा जाएगा।
पुत्रदा एकादशी में ऐसे करें पूजन
व्रत की पूजन विधि में प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें और भगवान विष्णु तथा माता लक्ष्मी की पूजा करें। इसके पश्चात भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन करें। दीप, धूप, पुष्प, चंदन और नैवेद्य अर्पण करें। विष्णु सहस्रनाम और शिव स्तोत्र का पाठ करें। दिनभर उपवास रखें और रात्रि में भजन-कीर्तन करें। अगले दिन द्वादशी को ब्राह्मणों को भोजन कराकर, दान-दक्षिणा देने के पश्चात व्रत का पारण करें।
ये भी पढ़ें: Putrada Ekadashi 2025: सावन पुत्रदा एकादशी व्रत पारण कब करें? जानें समय और शुभ मुहूर्त
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। नईदुनिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। नईदुनिया अंधविश्वास के खिलाफ है।