स्पोर्ट्स डेस्क। एशिया कप 2025 की तैयारियों के बीच भारतीय टीम की नेट प्रैक्टिस ने कई संकेत दिए हैं। सबसे ज्यादा चर्चा संजू सैमसन को लेकर है, जिनकी प्लेइंग इलेवन में जगह पर बड़ा संकट मंडरा रहा है। आरसीबी के विकेटकीपर-बल्लेबाज जितेश शर्मा आत्मविश्वास से भरे नजर आ रहे हैं। टीम प्रबंधन का भरोसा उन पर अधिक दिख रहा है।
टीम के नेट सेशन के दौरान सैमसन सबसे पहले विकेटकीपिंग ड्रिल्स शुरू करने पहुंचे और शानदार कैच लेकर सराहना भी पाई। मुख्य कोच गौतम गंभीर ने उनसे तीन मिनट तक बातचीत की, जिसमें बल्लेबाजी पर ज्यादा चर्चा होती दिखी। बल्लेबाजी अभ्यास शुरू हुआ, तो सैमसन को लंबे समय तक मौका नहीं मिला।
अन्य खिलाड़ी बार-बार नेट्स में उतरे, जबकि सैमसन एक पेड़ की छांव और बाद में आइस बॉक्स पर बैठे नजर आए। अंत में जब उन्हें मौका मिला, तो वह भी फीका रहा। यह स्थिति साफ इशारा करती है कि टीम प्रबंधन उनकी जगह को लेकर आश्वस्त नहीं है।
दूसरी ओर जितेश शर्मा में आत्मविश्वास दिखा। क्लब हाउस से निकलते ही उनकी बॉडी लैंग्वेज बताती थी कि वे टीम के अहम हिस्से में हैं। उन्होंने शिवम दुबे, तिलक वर्मा और हार्दिक पांड्या के साथ लगातार बैटिंग की। गंभीर का फोकस भी उन पर ही रहा। दुबे ने तो बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी की। फिर दोबारा नेट्स में उतरे, लेकिन सैमसन बार-बार बाहर ही बैठे रहे।
नेट सेशन में रिंकू सिंह ने बैटिंग करने की जहमत नहीं उठाई। अंत में उन्होंने सिर्फ थ्रोडाउन लिए। यह साफ संकेत है कि वे भी प्लेइंग इलेवन की योजना में फिलहाल पीछे चल रहे हैं।
गंभीर के कोच बनने के बाद नेट सेशन टीम की रणनीति का आईना बन गया है। महेंद्र सिंह धोनी और राहुल द्रविड़ के समय नेट्स से टीम संयोजन का अंदाजा नहीं लगता था, लेकिन गंभीर के साथ तस्वीर साफ है। अगर, जितेश शर्मा नेट्स में घंटों बल्लेबाजी कर रहे हैं, तो यह तय है कि उन्हें पहले मैच में मौका मिलना लगभग पक्का है।