
स्पोर्ट्स डेस्क। साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में 0-2 की करारी हार के बाद टीम इंडिया के कोचिंग सेटअप पर सवाल उठने लगे हैं। खासतौर पर रेड बॉल क्रिकेट में खराब प्रदर्शन को देखते हुए हेड कोच Gautam Gambhir की भूमिका को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
हालांकि, व्हाइट बॉल फॉर्मेट में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा है। गंभीर के मार्गदर्शन में टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी और एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट अपने नाम किए, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में निरंतरता की कमी ने बीसीसीआई की चिंता बढ़ा दी है।
बीसीसीआई ने नए विकल्पों पर शुरू किया मंथन
रिपोर्ट्स के मुताबिक, BCCI टेस्ट फॉर्मेट के लिए अलग कोचिंग रणनीति पर विचार कर रहा है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर VVS Laxman से अनौपचारिक बातचीत की थी और यह जानने की कोशिश की गई कि क्या वह टेस्ट टीम की कोचिंग की जिम्मेदारी संभालने में रुचि रखते हैं।
लक्ष्मण ने क्यों किया इनकार?
हालांकि, वीवीएस लक्ष्मण फिलहाल बेंगलुरु स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में ‘क्रिकेट प्रमुख’ की भूमिका में बने रहना चाहते हैं। सूत्रों के अनुसार, वह वर्तमान जिम्मेदारी से संतुष्ट हैं और फिलहाल भारतीय टेस्ट टीम के हेड कोच बनने के इच्छुक नहीं हैं।
गंभीर का कॉन्ट्रैक्ट और आगे का रास्ता
गौतम गंभीर का बीसीसीआई के साथ मौजूदा अनुबंध 2027 वनडे विश्व कप तक का है। माना जा रहा है कि आने वाले टी20 विश्व कप में भारत के प्रदर्शन के बाद बोर्ड कोचिंग स्टाफ को लेकर अंतिम फैसला ले सकता है। अगर टीम का प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता, तो टेस्ट क्रिकेट के लिए अलग कोच नियुक्त करने का विकल्प खुला रह सकता है।