IND W vs SA W Final: भारत की बेटियों ने रचा इतिहास – पहली बार किया वर्ल्ड कप अपने नाम
भारत की महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में इतिहास रच दिया। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारत ने साउथ अफ्रीका को मात देकर अपना पहला महिला वनडे वर्ल्ड कप जीत लिया।
Publish Date: Mon, 03 Nov 2025 12:27:48 AM (IST)
Updated Date: Mon, 03 Nov 2025 12:59:17 AM (IST)
भारत की बेटियों रचा इतिहासHighLights
- भारत की महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया है
- अपना पहला महिला वनडे वर्ल्ड कप जीत लिया
स्पोर्ट डेस्क। भारत की महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में इतिहास रच दिया। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारत ने साउथ अफ्रीका को मात देकर अपना पहला महिला वनडे वर्ल्ड कप जीत लिया। दो बार नाकाम रहने के बाद इस बार टीम इंडिया ने सुनहरा मौका नहीं गंवाया और 52 साल बाद देश को बड़ा तोहफा दिया।
भारत ने खड़ा किया विशाल स्कोर
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने टूर्नामेंट के इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर (298/7) बनाया। शेफाली वर्मा ने अपने करियर की यादगार पारी खेलते हुए 87 रन जड़े। वहीं दीप्ति शर्मा ने भी 54 रनों का अहम योगदान दिया। शेफाली और स्मृति मंधाना (45 रन) की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 104 रन जोड़े और भारत को मजबूत शुरुआत दी।
बारिश की वजह से मुकाबला दो घंटे देर से शुरू हुआ, लेकिन शेफाली ने शुरुआती ओवरों से ही साउथ अफ्रीका की गेंदबाजों पर हमला बोला। तीन साल बाद उन्होंने वनडे में अर्धशतक लगाया। उनकी 78 गेंदों की पारी में सात चौके और दो छक्के शामिल थे।
साउथ अफ्रीका की ओर से आयाबोंगा खाका (3/58) ने शानदार गेंदबाजी करते हुए शेफाली और जेमिमा (24) को पवेलियन भेजा।
अफ्रीका की अच्छी शुरुआत
लक्ष्य का पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका ने अच्छी शुरुआत की। बिट्स और लौरा ने 51 रन की साझेदारी की, लेकिन अमनजोत के सटीक थ्रो ने भारत को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद कप्तान हरमनप्रीत ने गेंदबाजी में बदलाव करते हुए शेफाली को मौका दिया, जिसने पहले ही ओवर में सुने लुस (25) और फिर मारिजान काप (4) को आउट किया।
दीप्ति शर्मा की शानदार गेंदबाजी
कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट ने 96 गेंदों पर शतक ठोका, लेकिन दीप्ति शर्मा की शानदार गेंदबाजी के आगे टिक नहीं सकीं। दीप्ति ने उन्हें अमनजोत के हाथों कैच आउट करवाया और भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई। उन्होंने मैच में पांच विकेट झटके और भारत की पहली वर्ल्ड कप ट्रॉफी में अहम भूमिका निभाई।