
इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया की शानदार जीत के बाद सभी के मन में ये सवाल उठ रहा है कि आखिर कौन है ये प्रसिद्ध कृष्णा? मंगलवार के खेले गये मैच में इस खिलाड़ी ने अपने पहले ही अंतरराष्ट्रीय मैच में जेसन रॉय, बेन स्टोक्स और सैम बिलिंग जैसे नामी खिलाड़ियों का विकेट लेकर टीम इंडिया की जीत पक्की कर दी। प्रसिद्ध कृष्णा अपने डेब्यू वनडे मैच में ही चार विकेट लेने वाले (4/54) पहले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने नोएल डेविड का 24 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। लेकिन 6 फीट 2 इंच लंबा ये खिलाड़ी इतना भी अनजान चेहरा नहीं है।
प्रदर्शन से हासिल की कामयाबी
कर्नाटक के इस 25 वर्षीय गेंदबाज को घर में बचपन से ही खेल का माहौल मिला। इनके पिता क्रिकेट के खिलाड़ी थे, जबकि मां वॉलीबॉल खिलाड़ी रह चुकी थीं। कृष्णा ने बहुल जल्द ही घरेलू क्रिकेट में जगह बना ली और 2016-17 में उन्हें विजय हजारे ट्रॉफी में झारखंड के खिलाफ पहली बार प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने का मौका मिला। इसमें उन्होंने कर्नाटक की ओर से सबसे ज्यादा 13 विकेट लिए। जब टूर्नामेंट खत्म हुआ, तो ये 17 विकेट के साथ दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेनेवाले गेंदबाज थे।
वैसे इनका नाम पहली बार चर्चा में तब आया था जब उन्हों ने साल 2015 में बांग्लाकदेश A की टीम भारत दौरे पर आई। तब उन्होंने बांग्लादेश A के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए 49 रन देकर पांच विकेट लिए थे। अगस्त 2018 में उन्हें इंडिया ए टीम में चुना गया और दिसंबर 2018 में उन्हेंब इमर्जिंग टीम एशिया कप की भारतीय टीम में भी जगह मिली।
इसी दौरान आईपीएल टीमों की इन पर नजर पड़ी। शुरुआत में ये आईपीएल में कई टीमों के लिए नेट बॉलिंग किया करते थे। साल 2018 में कमलेश नागरकोटी के चोटिल होने के बाद कोलकाता नाइटराइडर्स ने उन्हें अपनी टीम के लिए अनुबंंधित कर लिया। इसके बाद से ही वो केकेआर के अहम गेंदबाजों में एक हैं। इस लीग में उन्होंने अभी तक 24 मैच खेले हैं, जिनमें 18 विकेट हासिल किए हैं।
कैसे हुआ टीम इंडिया में सलेक्शन
प्रसिद्ध को टीम इंडिया में जगह मिलने की संभावना तब बढ़ गई जब उन्होंने हाल में संपन्न हुए विजय हजारे ट्रॉफी में कर्नाटक की ओर से 7 मैच में 14 विकेट चटकाए। इसी बीच जसप्रीत बुमराह शादी की वजह से छुट्टी पर चले गये, और कृष्णा को वन-डे में डेब्यू करने का मौका मिल गया। वैसे कृष्णा भारतीय कप्तान विराट कोहली की नजर में भी थे। पिछले साल फरवरी ने विराट कोहली ने उनकी उन्हें भारतीय टीम का ‘संभावित X-फैक्टर’ बताते हुए उनकी तारीफ की थी।
यूं तो प्रसिद्ध कृष्णा ने प्रथम श्रेणी के 50 मैच भी नहीं खेले हैं, और अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में पहला ही मैच खेला है। लेकिन इनके प्रदर्शन से लगता नहीं कि इनमें अनुभव या बल्लेबाजों को परखने की क्षमता में कोई कमी है। लगता है टीम इंडिया को गेंदबाजी में अपना तुरुप का इक्का मिल गया है।