
स्पोर्ट्स डेस्क। भारतीय क्रिकेट के दो सबसे बड़े सितारे, विराट कोहली और रोहित शर्मा, एक बार फिर घरेलू क्रिकेट के मैदान पर साथ नजर आ रहे हैं। टेस्ट और टी20 इंटरनेशनल को अलविदा कह चुके ये दोनों दिग्गज अब केवल वनडे फॉर्मेट पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। यही कारण है कि सालों बाद ये दोनों दिग्गज विजय हजारे ट्रॉफी (लिस्ट ए) में अपनी घरेलू टीमों के लिए खेलते दिख रहे हैं, जिससे इस टूर्नामेंट का रोमांच सातवें आसमान पर पहुंच गया है।
जहां विराट कोहली अपनी टीम दिल्ली का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, वहीं रोहित शर्मा मुंबई की कप्तानी की कमान संभाले हुए हैं। मैदान पर उतरते ही दोनों ने शतकीय पारियां खेलकर यह साबित कर दिया कि उनका क्लास आज भी बरकरार है।
टूर्नामेंट की शुरुआत दोनों दिग्गजों के लिए शानदार रही है:
बीसीसीआई (BCCI) के नियमों के अनुसार, घरेलू क्रिकेट में खिलाड़ियों की फीस उनके द्वारा खेले गए मैचों की संख्या (अनुभव) के आधार पर तय होती है। रोहित और विराट दोनों सीनियर कैटेगरी में आते हैं।
सीनियर कैटेगरी (40 से अधिक लिस्ट ए मैच)
प्लेइंग इलेवन: 60,000 रुपये प्रति मैच
रिजर्व खिलाड़ी: 30,000 रुपये प्रति मैच
मिड लेवल कैटेगरी (21 से 40 लिस्ट ए मैच)
प्लेइंग इलेवन: 50,000 रुपये प्रति मैच
रिजर्व खिलाड़ी: 25,000 रुपये प्रति मैच
जूनियर कैटेगरी (0 से 20 लिस्ट ए मैच)
प्लेइंग इलेवन: 40,000 रुपये प्रति मैच
रिजर्व खिलाड़ी: 20,000 रुपये प्रति मैच
विराट और रोहित दोनों ही 40 से अधिक लिस्ट ए मैच खेल चुके हैं, इसलिए उन्हें प्रति मैच 60,000 रुपये मिलते हैं। हालांकि, यह राशि उनकी अंतरराष्ट्रीय वनडे फीस (6 लाख रुपये प्रति मैच) की तुलना में महज 10% है, लेकिन खेल के प्रति उनका समर्पण फैंस का दिल जीत रहा है।
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मैच फीस के अलावा खिलाड़ियों को कई अन्य सुविधाएं और वित्तीय लाभ भी मिलते हैं:
रोहित और विराट की मौजूदगी ने न केवल घरेलू क्रिकेटरों का मनोबल बढ़ाया है, बल्कि विजय हजारे ट्रॉफी को ब्रॉडकास्टर्स और दर्शकों के बीच 'हॉट प्रॉपर्टी' बना दिया है।