
टेक्नोलॉजी डेस्क। बिना किसी ओटीपी, पिन या यूपीआई ट्रांजैक्शन के भी आपका बैंक अकाउंट खाली हो सकता है। हाल ही में उत्तर प्रदेश, झारखंड और महाराष्ट्र से सामने आए आधार-इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AePS) फ्रॉड के मामलों ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। इन मामलों में साइबर अपराधियों ने सिलिकॉन की मदद से लोगों के फिंगरप्रिंट्स की हूबहू कॉपी बनाई और बिना किसी जानकारी के उनके खातों से पैसे निकाल लिए।
इस खतरे से बचने के लिए UIDAI ने बायोमेट्रिक्स को लॉक करने की सुविधा दी है। आइए जानते हैं आप अपने आधार को कैसे सुरक्षित बना सकते हैं।
जब आप अपने बायोमेट्रिक्स को लॉक कर देते हैं, तो कोई भी व्यक्ति आपके फिंगरप्रिंट या आइरिस (आंखों की पुतली) के स्कैन का इस्तेमाल करके आधार ऑथेंटिकेशन नहीं कर पाएगा। यह AePS के जरिए होने वाली अवैध निकासी को पूरी तरह से रोक देता है।
आप घर बैठे UIDAI की वेबसाइट या mAadhaar ऐप के जरिए इसे इनेबल कर सकते हैं:
वेबसाइट के माध्यम से
नोट: जब भी आपको सिम कार्ड खरीदने या बैंक केवाईसी के लिए अंगूठा लगाने की जरूरत हो, तो आप इसी प्रक्रिया से इसे 'अनलॉक' कर सकते हैं। काम होने के बाद यह स्वतः फिर से लॉक हो जाता है।
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अगर आप किसी एजेंसी को अपना असली आधार नंबर नहीं देना चाहते, तो आप वर्चुअल आईडी (VID) का उपयोग कर सकते हैं। यह 16 अंकों का एक अस्थायी नंबर होता है।
VID जनरेट करने का तरीका
आपके मोबाइल पर 16 अंकों की वर्चुअल आईडी एसएमएस के जरिए भेज दी जाएगी। इसका इस्तेमाल आप e-KYC के लिए कर सकते हैं।
डिजिटल दौर में सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है। अपने आधार बायोमेट्रिक्स को आज ही लॉक करें ताकि आपकी मेहनत की कमाई साइबर ठगों की पहुंच से बाहर रहे।