टेक्नोलॉजी डेस्क, इंदौर। सैमसंग ने फोल्डेबल डिवाइस की दुनिया में एक बड़ी छलांग लगाते हुए अपनी नई फोल्डेबल OLED स्क्रीन को पेश किया है, जो बुलेटप्रूफ ग्लास जैसी टेक्नोलॉजी से प्रेरित है। यह इनोवेशन फोल्डेबल स्मार्टफोन्स की सबसे बड़ी चिंता स्क्रीन की मजबूती और लंबी उम्र को खत्म कर देगी।
Bureau Veritas ने टेस्ट कर इस स्क्रीन को 13 दिनों में 25°C तापमान पर 5 लाख बार फोल्ड होने के बावजूद कोई समस्या नहीं देखी।
सैमसंग ने अपनी Ultra Thin Glass (UTG) टेक्नोलॉजी को और बेहतर किया है, जिसमें अब सबसे बाहरी लेयर को 50% तक मोटा किया है। इस पैनल में बुलेटप्रूफ ग्लास के समान मल्टी-लेयर स्ट्रक्चर अपनाया है, जो झटके को झेलने में सक्षम है। हर OLED लेयर पर हाई-इलास्टिक एडहेसिव लगाया है, जिससे इसकी रिकवरी क्षमता पहले से चार गुना अधिक हो गई है।
इस डिस्प्ले में टाइटेनियम प्लेट का इस्तेमाल किया है, जो झटकों को बेहतर तरीके से झेलती है। यह स्क्रीन की मजबूती को बढ़ाती है। यह प्लेट हल्की और पतली होने के बाद भी अधिक सुरक्षा देती है। इसके साथ नई “फ्लैटनिंग स्ट्रक्चर” टेक्नोलॉजी भी अपनाई गई है, जिससे झटके का इंपेक्ट पूरी सतह पर समान रहता है। स्क्रीन पर किसी एक पॉइंट पर दबाव नहीं पड़ता।
नई फोल्डेबल OLED स्क्रीन मल्टी-लेयर रिइनफोर्समेंट और लचीलेपन के चलते बार-बार मोड़े जाने पर भी खराब नहीं होती। जैसे बुलेटप्रूफ ग्लास लेयर दर लेयर झटके को रोकता है, वैसे ही यह स्क्रीन बाहरी दबाव को पूरी सतह पर फैला देती है, जिससे क्रैक या डैमेज होने की संभावना कम हो जाती है।
सैमसंग डिस्प्ले के मोबाइल प्रोडक्ट प्लानिंग हेड होजुंग ली ने कहा कि फोल्डेबल OLED टेक्नोलॉजी के सातवें साल में हम टिकाऊपन और डिजाइन दोनों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि तक पहुंचे हैं।