टेक्नोलॉजी डेस्क: गूगल, जिसे आज इंटरनेट का दूसरा नाम कहा जाता है, आज 27 साल का हो गया है। 27 सितंबर को गूगल अपना बर्थडे सेलिब्रेट (Googel 27th Birthday) करता है। हालांकि इसे 4 सितंबर 1998 को प्राइवेट कंपनी के रूप में रजिस्टर किया गया था। लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पीएचडी करते समय इस सर्च इंजन को बनाया था। गूगल का सफर बेहद दिलचस्प है और इसके साथ कई अनोखे किस्से जुड़े हैं।
गूगल की नींव सबसे पहले बैकरब (Backrub) नामक प्रोजेक्ट से पड़ी थी। यह एक सर्च इंजन था, जिसका मकसद इंटरनेट पर मौजूद वेब पेजों को लिंक और उनकी अहमियत के आधार पर रैंक करना था। बाद में बैकरब का नाम बदलकर “Google” रखा गया। दिलचस्प बात यह है कि Google शब्द असल में गणितीय टर्म Googol से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है 10 की घात 100। हालांकि टाइपिंग की गलती की वजह से इसका नाम Google पड़ गया और यही आगे चलकर ब्रांड बन गया।
गैराज से गूगलप्लेक्स तक
गूगल का पहला ऑफिस कैलिफोर्निया के एक छोटे से गैराज में था। यह गैराज सुज़न वोज्स्की का था, जो आगे चलकर यूट्यूब की सीईओ बनीं। शुरुआती दिनों में कंपनी बेहद छोटे स्तर पर काम कर रही थी। लेकिन आज इसका मुख्यालय कैलिफोर्निया के माउंटेन व्यू में स्थित है, जिसे Googleplex कहा जाता है। यह जगह तकनीक प्रेमियों के लिए किसी सपनों के ऑफिस से कम नहीं है।
गूगल ने अपने सफर में कई बड़ी कंपनियों का अधिग्रहण किया और उन्हें दुनिया के सामने नए रूप में पेश किया।
1. गूगल ने अपने नाम से मिलते-जुलते और गलत स्पेलिंग वाले कई डोमेन रजिस्टर कर रखे हैं, ताकि लोग गलत टाइप करने पर भी उसी पर पहुंचे।
2. गूगल के कर्मचारियों को Googlers कहा जाता है, जबकि नए कर्मचारियों को Nooglers कहा जाता है।
3. गूगल ऑफिस में कर्मचारी अपने पालतू जानवर भी ला सकते हैं।
4. गूगल पर “Do a barrel roll” टाइप करने पर पूरा पेज 360 डिग्री घूम जाता है।
5. “Askew” सर्च करने पर गूगल का पेज थोड़ा तिरछा हो जाता है।
गूगल की शुरुआत सिर्फ एक सर्च इंजन से हुई थी, लेकिन आज यह इंटरनेट के लगभग हर हिस्से में मौजूद है। ऑनलाइन विज्ञापन से लेकर क्लाउड स्टोरेज, मेल सर्विस से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक, गूगल ने तकनीक को आम लोगों की जिंदगी का हिस्सा बना दिया है।
27 साल के इस सफर ने गूगल को दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे पॉपुलर इंटरनेट कंपनी बना दिया है। गूगल ने न सिर्फ जानकारी तक पहुंच आसान की, बल्कि लोगों की जीवनशैली को भी तकनीक से जोड़ दिया।
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