टेक्नोलॉजी डेस्क। धनतेरस के मौके पर सोना खरीदने का चलन हर घर में होता है, लेकिन बढ़ती बिक्री के साथ नकली गहनों का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में असली और नकली सोने की पहचान बेहद जरूरी हो जाती है।
भारत में सोने की शुद्धता की जांच BIS (ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स) द्वारा की जाती है। अब ग्राहक अपने खरीदे गए गोल्ड की असलियत खुद BIS Care ऐप के जरिए जांच सकते हैं।
भारत सरकार ने जून 2021 से गोल्ड ज्वेलरी और आर्टिफैक्ट्स पर हॉलमार्किंग अनिवार्य कर दी है। किसी भी हॉलमार्क्ड ज्वेलरी पर तीन मुख्य निशान जरूर होते हैं:
1. BIS का लोगो
2. प्योरिटी मार्क - जैसे 22K916 (916 का मतलब 91.6% शुद्धता)
3. HUID कोड - छह अंकों का अल्फान्यूमेरिक यूनिक आइडेंटिफिकेशन कोड
यही HUID कोड आपकी ज्वेलरी की डिजिटल वेरिफिकेशन में काम आता है।
Google Play Store या Apple App Store से BIS Care App इंस्टॉल करें।
ऐप खोलें और मोबाइल नंबर डालकर रजिस्ट्रेशन पूरा करें।
होम स्क्रीन पर उपलब्ध ‘Verify HUID’ पर टैप करें।
ज्वेलरी पर अंकित छह-अंकों का HUID कोड टाइप करें।
अगर ऐप पर दिखी जानकारी बिल और ज्वेलरी के मार्क्स से मेल खाती है, तो आपका सोना असली है।
जानकारी न मिलने या HUID कोड इनवैलिड होने पर ऐप के ‘Complaints’ सेक्शन में रिपोर्ट दर्ज करें।
अगर आप ऐप डाउनलोड नहीं करना चाहते, तो BIS की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी यही प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। बस छह-अंकों का HUID कोड डालें, और वेबसाइट पर ज्वेलरी की शुद्धता की डिटेल्स मिल जाएंगी।