टेक्नोलॉजी डेस्क। भारतीय टेक कंपनी Zoho एक बार फिर सुर्खियों में है, इस बार अपने नए ईमेल प्लेटफॉर्म Zoho Mail की वजह से। इससे पहले Zoho ने Arattai चैट ऐप के ज़रिए यह साबित किया था कि भारत में यूजर्स स्वदेशी टेक्नोलॉजी को अपनाने के लिए तैयार हैं। अब वही रुझान Zoho Mail के साथ भी देखने को मिल रहा है। जो यूजर्स Gmail जैसे इंटरनेशनल ईमेल सर्विस से हटकर एक प्राइवेट, एड-फ्री और सिक्योर विकल्प की तलाश में हैं, वे तेजी से Zoho Mail की ओर रुख कर रहे हैं।
Zoho Mail की सबसे बड़ी खासियत इसकी एड-फ्री एक्सपीरियंस है। यहां न तो कोई पॉप-अप ऐड दिखाई देता है, न ही किसी तरह का टारगेटेड ऐड। इससे यूजर को मिलता है एक साफ-सुथरा इनबॉक्स और बिना किसी डिस्ट्रैक्शन के बेहतर ईमेल मैनेजमेंट अनुभव।
Zoho का कहना है कि उसने इस प्लेटफॉर्म को पूरी तरह प्राइवेसी-फोकस्ड बनाया है। यूजर डेटा को प्रोटेक्ट करने के लिए इसमें एडवांस्ड एन्क्रिप्शन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है, ताकि किसी थर्ड पार्टी या अनऑथराइज्ड एक्सेस से जानकारी सुरक्षित रहे।
Zoho Mail सिर्फ एक ईमेल सर्विस नहीं, बल्कि छोटे व्यवसायों और प्रोफेशनल्स के लिए एक इंटिग्रेटेड कम्युनिकेशन सॉल्यूशन है। यह प्लेटफॉर्म आपको अपने खुद के कस्टम डोमेन नाम (जैसे you@yourcompany.com) के साथ ईमेल बनाने की सुविधा देता है, जिससे आपका ब्रांड और ज्यादा प्रोफेशनल नजर आता है।
इसके साथ ही Zoho Mail में कई स्मार्ट फीचर्स भी शामिल हैं — जैसे कि शेयर्ड कैलेंडर, नोट्स, टास्क लिस्ट और टीम कोलैबोरेशन टूल्स। ये सभी फीचर्स मिलकर यूजर्स को Zoho के बड़े इकोसिस्टम के अंदर ज्यादा प्रोडक्टिव और एफिशिएंट तरीके से काम करने में मदद करते हैं।
Zoho Mail पूरी तरह भारत में विकसित किया गया प्लेटफॉर्म है। यह “Made in India” प्रोडक्ट होने के साथ-साथ उन यूजर्स के लिए खास है जो अपनी डिजिटल प्राइवेसी को लेकर सजग हैं। Zoho Mail न केवल विज्ञापन-मुक्त है, बल्कि इसमें किसी भी प्रकार का यूजर डेटा मॉनिटाइजेशन नहीं किया जाता। कंपनी का फोकस यूजर ट्रस्ट और डेटा सेफ्टी पर है, न कि ऐड रेवेन्यू पर।
अगर आप Gmail यूजर्स हैं और Zoho Mail पर शिफ्ट करना चाहते हैं, तो प्रक्रिया बेहद आसान है। नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:
1. Zoho Mail की वेबसाइट पर जाएं और एक नया अकाउंट बनाएं। आप चाहें तो फ्री प्लान से शुरुआत कर सकते हैं या फिर अपनी जरूरत के हिसाब से पेड प्लान चुन सकते हैं।
2. Gmail में IMAP सेटिंग ऑन करें। इसके लिए Gmail खोलें और Settings → Forwarding and POP/IMAP सेक्शन में जाकर IMAP को एनेबल करें। इससे Zoho आपके ईमेल्स को सुरक्षित रूप से एक्सेस कर सकेगा।
3. अपना डेटा ट्रांसफर करें। Zoho Mail की सेटिंग्स में जाकर Migration Wizard का इस्तेमाल करें। इससे आपके कॉन्टैक्ट्स, फोल्डर्स और पुराने ईमेल्स Zoho अकाउंट में इंपोर्ट हो जाएंगे।
4. ईमेल फॉरवर्डिंग सेट करें। ताकि जब तक आप पूरी तरह Zoho Mail पर स्विच नहीं कर लेते, तब तक आने वाले नए मेल्स भी आपके Zoho अकाउंट पर पहुंचते रहें।
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Arattai की सफलता और अब Zoho Mail की बढ़ती लोकप्रियता यह दिखाती है कि भारतीय यूजर्स अब ऐसे डिजिटल प्लेटफॉर्म चाहते हैं जो लोकल हों, सिक्योर हों और जिनमें डेटा प्राइवेसी की गारंटी मिले। Zoho Mail इसी जरूरत को पूरा करता है यह सिर्फ एक ईमेल सर्विस नहीं, बल्कि डिजिटल स्वतंत्रता की दिशा में भारत का एक और कदम है।