डिजिटल डेस्क। गोरखपुर जिले के कई गांवों में रात के समय मंडराते रहस्यमयी ड्रोन ने लोगों की नींद उड़ा दी है। लगातार पांच दिन से महुआचापी गांव के आसमान में उड़ते इन ड्रोन को लेकर ग्रामीणों में भय का माहौल है। झंगहा, पीपीगंज, पिपराइच, बेलीपार, गोला और कैम्पियरगंज क्षेत्रों से भी इसी तरह की शिकायतें पुलिस तक पहुंची हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि रात आठ बजे से लेकर देर रात दो बजे तक तीन से चार ड्रोन 40-50 फीट की ऊंचाई पर उड़ते रहते हैं। इनकी रोशनी देखते ही बच्चे और महिलाएं घबराकर घरों से बाहर निकल आते हैं। सुरक्षा की चिंता में लोग समूह बनाकर लाठी-डंडों के सहारे पहरा देने लगे हैं।
हालांकि पुलिस का कहना है कि जिले में 12 पंजीकृत फोटोग्राफरों के पास ड्रोन कैमरे हैं और उन्हें हर उड़ान से पहले थाने को सूचित करने के निर्देश दिए गए हैं। बावजूद इसके 22 से 26 सितंबर के बीच करही, अमहिया, बरही, जद्दूपुर, जमरू और कतरारी गांवों में ड्रोन उड़ने की पुष्टि हुई है। पीपीगंज क्षेत्र में एक बार तो ड्रोन गिर भी गया, जो बाद में एक छात्र द्वारा उड़ाया गया निकला। लेकिन इसके बाद भी अलग-अलग गांवों से शिकायतें आती रहीं।
कई स्थानों पर ग्रामीणों ने दावा किया कि उन्होंने एक साथ पांच तक ड्रोन देखे। डर के माहौल में लोग शोर मचाने लगे, महिलाएं चिल्लाईं और बच्चे रोते हुए घरों से बाहर भागे। एक ड्रोन का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ है, जिससे दहशत और बढ़ गई है।
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गांवों में लोग इन ड्रोन को पशु तस्करी और चोरी की रेकी से जोड़कर देख रहे हैं। वहीं कुछ पुलिस अधिकारी इन्हें पर्यावरण सर्वेक्षण का हिस्सा बता रहे हैं, मगर ग्रामीण आश्वस्त नहीं हो पा रहे।
डीआईजी रेंज डॉ. एस. चनप्पा ने कहा कि लगातार शिकायतें मिल रही हैं, जिनकी जांच टीमें कर रही हैं। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और ड्रोन दिखने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस का कहना है कि बिना अनुमति ड्रोन उड़ाना अपराध है और कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।