
डिजिटल डेस्क। कानपुर शहर के गोविंद नगर इलाके में भाजपा श्रम प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय संयोजक और निवासी अनिल त्रिपाठी को प्राप्त धमकियों ने स्थानीय राजनीति और सामाजिक सुरक्षा पर नई चिंताएं बढ़ा दी हैं। त्रिपाठी ने बताया कि एक अज्ञात फोन नंबर से उन्हें न केवल गालियां दी गईं बल्कि जान से मारने की खुली धमकी भी दी गई। अनजान व्यक्ति ने कहा, “मैं तुमको घर से उठवा लूंगा और उल्टा लटका मारूंगा। तुम्हारा मर्डर करवा दूंगा।” फोन पर बात करने वाले ने यह भी कहा कि वह फर्जी मुकदमे लिखवा कर उन्हें जेल भेजवा देगा।
त्रिपाठी ने बताया कि धमकी देने वाले के नंबर का ट्रू कॉलर प्रोफाइल देखने पर उस पर दो नाम दर्ज थे। कॉलर ने बातचीत के दौरान अखिलेश दुबे के किसी करीबी का जिक्र करते हुए लगातार अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया और यह भी मांग की कि त्रिपाठी किसी भूपेश अवस्थी के समर्थन में पत्र लिखें जब त्रिपाठी ने ऐसा करने से इनकार किया तो आरोपित ने और भी तीखी धमकियां दीं। आरोपित ने संगठन के कई नेताओं का नाम लेते हुए कहा कि उनका हौसला नहीं हुआ, इसलिए त्रिपाठी को दबाव में लाने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रहरियों और स्थानीय पुलिस सूत्रों के मुताबिक पीड़ित ने शुक्रवार को सीधे पुलिस आयुक्त रघुवीर लाल से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। त्रिपाठी ने आयुक्त को घटना का पूरा ब्यौरा दिया और आरोपी की शिनाख्त व कार्रवाई की मांग की। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस आयुक्त रघुवीर लाल ने तुरंत जांच के आदेश दिए हैं और संबंधित नंबर की डिजिटल ट्रेसिंग व फोन रिकॉर्डों की जांच कराने के निर्देश प्रशासन को दिए गए हैं।
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कानपुर में राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ ऐसे धमकियों के मामलों से शहर में सुरक्षा को लेकर सवाल उठते रहते हैं। स्थानीय नेताओं व नागरिकों ने कहा कि डिजिटल माध्यमों के जरिए की जा रही धमकियां भय फैलाने का एक नया तरीका बन चुकी हैं और ऐसे मामलों में त्वरित जांच तथा कड़क कार्रवाई की जरूरत है ताकि आम जनमानस व कार्यकर्ता दोनों का भरोसा बना रहे। त्रिपाठी ने भी मीडिया से कहा, “मैं किसी भी तरह का दबाव नहीं मानूंगा। मुझे न्याय चाहिए और जो भी जिम्मेदार हों, उनसे कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”