
डिजिटल डेस्क। मेरठ पुलिस में गुरुवार देर रात उस समय हड़कंप मच गया जब एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने अचानक लिसाड़ी गेट थाने का औचक निरीक्षण किया। रात के सन्नाटे में एसएसपी की गाड़ी जैसे ही थाने के मुख्य द्वार पर रुकी, वहां मौजूद पुलिसकर्मियों में हलचल मच गई। कुछ ही पलों में एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह और सीओ कोतवाली अंतरिक्ष जैन मौके पर पहुंच गए और एसएसपी का स्वागत किया।
लेकिन यह औपचारिकता ज्यादा देर तक नहीं चली। एसएसपी ने थाने के हर हिस्से की गहन जांच शुरू कर दी रिकॉर्ड रूम से लेकर हवालात, मालखाना, भवन की स्थिति और यहां तक कि शौचालयों की सफाई तक सब कुछ बारीकी से देखा। उन्होंने थाने परिसर की स्वच्छता पर विशेष जोर देते हुए साफ-सफाई में लापरवाही पर सख्त नाराजगी जताई और तत्काल सुधार के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान एसएसपी ने जब थाने में तैनात पुलिसकर्मियों से हथियारों की जानकारी और उनके संचालन को लेकर सवाल-जवाब शुरू किए, तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
एसएसपी ने दारोगा और सिपाहियों से पिस्टल चलाने की प्रक्रिया बताने और उसे संचालन कर दिखाने को कहा। इस पर कुछ पुलिसकर्मी तो हथियार तक ठीक से पकड़ नहीं पाए। एक दारोगा ने तो यह कहकर सबको चौंका दिया कि “सर, मैंने आज तक यह पिस्टल चलाई ही नहीं, पहली बार देख रहा हूं।”
यह सुनते ही एसएसपी डॉ. विपिन ताडा के चेहरे पर नाराजगी साफ झलकने लगी। उन्होंने संबंधित दारोगा को तुरंत अलग खड़ा कर लिया। वहीं, जब उन्होंने आंसू गैस का गोला चलाने की प्रक्रिया के बारे में पूछा, तो कई पुलिसकर्मी इस सवाल का भी जवाब नहीं दे सके।
एसएसपी ने मौके पर मौजूद अधिकारियों एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह और सीओ अंतरिक्ष जैन को फटकार लगाते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों को हथियारों की जानकारी और संचालन में दक्ष होना अनिवार्य है। ऐसी लापरवाही पुलिस की कार्यक्षमता और सुरक्षा, दोनों के लिए गंभीर खतरा है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी पुलिसकर्मियों को तुरंत प्रशिक्षण दिया जाए ताकि वे हथियारों का सही संचालन सीख सकें और किसी भी आपात स्थिति में सक्षम साबित हों।
निरीक्षण के दौरान चौकी इंचार्ज समरगार्डन, दारोगा यतेन्द्र और दारोगा रोहण से भी जब एसएसपी ने सवाल किए, तो वे भी अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सके। एसएसपी ने तीनों अधिकारियों से कहा कि पुलिस की वर्दी केवल पहनने की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि उसके साथ जुड़ी जिम्मेदारी और दक्षता को निभाना भी उतना ही जरूरी है।
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एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने स्पष्ट किया कि आने वाले दिनों में जिले के सभी थानों में इसी तरह के औचक निरीक्षण किए जाएंगे। उन्होंने कहा, “जो पुलिसकर्मी हथियारों का संचालन नहीं जानते या प्रशिक्षण के मानकों पर खरे नहीं उतरते, उनके खिलाफ कार्रवाई तय है। पुलिस बल को हर स्थिति में तैयार रहना चाहिए चाहे अपराध नियंत्रण हो, भीड़ प्रबंधन हो या आत्मरक्षा।”