
डिजिटल डेस्क। कानपुर के जीटी रोड पर रविवार दोपहर रोडवेज बस चालक की दबंगई देखने को मिली। बिठूर तिराहे पर आजाद नगर डिपो की बस के चालक शैलेन्द्र सिंह ने बस को तिरछे खड़ा कर दिया, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई। मौके पर तैनात टीएसआइ मुनेन्द्र प्रताप सिंह ने जब बस हटाने को कहा तो चालक उनसे उलझ गया और धमकी देते हुए बोला “ज्यादा मत बोल, वरना बस चढ़ा दूंगा।” इस घटना से वहां मौजूद लोग हैरान रह गए।
घटना की जानकारी मिलते ही कल्याणपुर थाने का फोर्स मौके पर पहुंचा, लेकिन उससे पहले चालक शैलेन्द्र सिंह और परिचालक रंजीत कुमार बस छोड़कर फरार हो गए। पहली बार ऐसा हुआ कि टीएसआइ ने खुद चालक और परिचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा डालने, लापरवाही से कार्य कर दूसरों की जान जोखिम में डालने सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। डीसीपी यातायात रवीन्द्र कुमार ने इसकी पुष्टि की है।
कानपुर में रोडवेज बस चालकों की अराजकता कोई नई बात नहीं है। झकरकटी पुल और रामादेवी चौराहे पर आए दिन बसें सड़क पर खड़ी कर यात्रियों को बैठाया जाता है, जिससे घंटों जाम की स्थिति बनी रहती है। सुबह से लेकर देर रात तक यह स्थिति आम हो गई है, जबकि यातायात पुलिस और परिवहन विभाग बार-बार चेतावनी दे चुके हैं।
परिवहन विभाग के अधिकारी दावा करते हैं कि उन्होंने सभी जिलों के एआरएम को पत्राचार कर कई बार निर्देश दिए हैं कि बसें कानपुर की सड़कों पर खड़ी न हों। लेकिन सवाल उठता है कि जब मामला कानपुर का है तो यहां के अफसर स्थानीय स्तर पर कार्रवाई क्यों नहीं करते? कार्रवाई न होने के कारण बस चालक और परिचालक अब खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
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यातायात पुलिस ने बताया कि जनवरी से अब तक झकरकटी क्षेत्र में पांच हजार से अधिक चालान किए जा चुके हैं। इसके बावजूद बस चालकों का रवैया नहीं बदला है। आए दिन पुलिसकर्मियों से बहस, अभद्रता और झगड़े की घटनाएं होती रहती हैं। अब बिठूर तिराहे की घटना के बाद उम्मीद है कि विभाग सख्त कार्रवाई कर इन मनबढ़ चालकों पर अंकुश लगाएगा।