एजेंसी, वाराणसी। कथावाचक और समाजसेवी के रूप में पहचाने जाने वाले अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ मंगलवार को वाराणसी में महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा। बड़ी संख्या में एकजुट हुई महिलाओं ने पोस्टर-बैनर के साथ जोरदार प्रदर्शन किया और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग उठाई। प्रदर्शन के दौरान महिलाएं लगातार नारेबाजी करती रहीं और कठोर कार्रवाई की मांग करती दिखीं।
शंकर सेना की महिला कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही कार्रवाई नहीं हुई तो वे आत्मदाह जैसे कदम उठाने पर भी विवश होंगी। संगठन की महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष प्रियंका द्विवेदी ने कहा कि गिरफ्तारी न होने की स्थिति में आंदोलन को देशव्यापी रूप दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि महिलाएं आमरण अनशन और सड़कों पर उतरकर विरोध जारी रखेंगी।
प्रदर्शनकारियों ने अनिरुद्धाचार्य का पुतला तैयार कर उस पर तीखे नारे लिखे। पुतले के चेहरे पर कालिख पोती गई और माथे पर “टेस्ट ड्राइव” लिखा गया। इसके बाद महिलाओं और बच्चियों ने आक्रोश जताते हुए पुतले को जूते-चप्पलों से पीटा और घसीटा। कथावाचक अनिरुद्धाचार्य द्वारा महिलाओं को लेकर की गई अभद्र टिप्पणियों के प्रति पूरे देश में लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
प्रदर्शनकारी महिलाएं दीनदयाल हस्तकला संकुल से कचहरी की ओर बढ़ना चाहती थीं, लेकिन मौके पर तैनात पुलिस बल ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। इसी बीच नायब तहसीलदार प्रीति पांडे वहां पहुंचीं और महिलाओं से ज्ञापन लेकर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
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प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। इसमें मांग की गई कि अनिरुद्धाचार्य पर बाल विवाह अधिनियम और बाल यौन उत्पीड़न अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर तत्काल गिरफ्तार किया जाए। महिलाओं का कहना है कि यदि उनकी मांगें अनसुनी की गईं तो आंदोलन और व्यापक होगा तथा पूरे देश में विरोध प्रदर्शन तेज किया जाएगा।